बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने एक बयान में कहा कि हम मदरसों में सफल ऑपरेशन सिंदूर की गाथा शामिल करेंगे, जिससे कि हमारे मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे जान सकें कि यह ऑपरेशन क्या था और इसकी जरूरत क्यों थी।
Press Trust of India | May 20, 2025 | 08:15 PM IST
नई दिल्ली : उत्तराखंड मदरसा शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए भारतीय सैन्य बलों द्वारा हाल ही में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर को राज्य के मदरसों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने एक बयान में कहा कि हम मदरसों में सफल ऑपरेशन सिंदूर की गाथा शामिल करेंगे, जिससे कि हमारे मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे जान सकें कि यह ऑपरेशन क्या था और इसकी जरूरत क्यों थी।
पाकिस्तान को नापाक देश बताते हुए कासमी ने कहा कि जिस तरह से उसने देश पर हमला किया और पहलगाम में "निहत्थे भाइयों" को मारा, उसके लिए उसे सबक सिखाना जरूरी है। उन्होंने 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले को कुरान का अपमान भी बताया। कासमी ने कहा कि पाठ्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर को शामिल करने के फ़ैसले को लागू करने के लिए जल्द ही एक समिति बुलाई जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड में मदरसों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए लगातार काम किया जा रहा है और इसी के तहत राज्य के मदरसों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया गया है।
उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि युवा विधि स्नातक होते ही न्यायिक सेवा परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं और प्रवेश स्तर के पदों पर आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम तीन साल वकालत करना अनिवार्य है।
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