Santosh Kumar | February 24, 2024 | 10:50 AM IST | 2 mins read
आयोग के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाई गई है। यूपीपीएससी आरओ/एआरओ परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा की मांग कर रहे हैं।
नई दिल्ली: यूपीपीएससी आरओ/एआरओ पेपर लीक मामला हर दिन के साथ तूल पकड़ता जा रहा है। परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थी लगातार दोबारा परीक्षा कराने की मांग पर डटे हैं। उम्मीदवारों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सभी छह प्रवेश द्वारों पर कब्जा कर लिया है। आयोग की ओर जाने वाली सभी सड़कें भी बंद कर दी गई। इसके चलते अधिकारी समेत करीब 250 कर्मचारी छुट्टी के बाद देर रात तक परिसर में बंधक बने रहे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयोग ने युवाओं से अपनी राय रखते हुए बातचीत की लेकिन वह बेनतीजा रही। इसके बाद से ही हजारों की संख्या में छात्र आयोग के गेट के सामने मुख्य सड़क पर बैठे हैं जिससे यातायात बाधित हो गया है। इसके चलते मौके पर भारी संख्या में फोर्स बुलाई गई है।
इससे पहले 23 फरवरी को प्रतियोगियों ने लोक सेवा आयोग से लेकर सुभाष चौराहे तक कैंडल मार्च निकालने का एलान किया था, लेकिन देर रात तक गेट पर आंदोलन जारी रहा। ऐसे में प्रतियोगियों ने गेट पर मोमबत्तियां जलाकर प्रतीकात्मक मार्च निकाला।
प्रदर्शनकारी छात्रों के मुताबिक, लोक सेवा आयोग के उप सचिव तीन बार छात्रों के बीच आए, लेकिन प्रतियोगी छात्रों ने यह कहकर मना कर दिया कि अब किसी तरह की कोई बातचीत नहीं होगी. विरोध तभी खत्म होगा जब परीक्षा रद्द की जाएगी।
RO/ARO Paper Leak मामले पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स के जरिए कहा कि हम प्रयागराज में लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रहे छात्रों के आंदोलन के साथ हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का अभ्यर्थियों को नौकरी देने का कोई इरादा नहीं है, भाजपा न तो नौकरी देना चाहती है और न ही आरक्षण।
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पूछा कि ये पेपर कौन लीक करवाता है, पेपर कैसे लीक होता है? चंद्रमा और मंगल ग्रह पर जाने वाला हमारा देश फुलप्रूफ परीक्षा नहीं करा सकता। सरकार अभ्यर्थियों को अपमानित कर लाठियों से पिटवा रही है।
स्रोत- अमर उजाला
बीपीएसएससी ने मुख्य परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट bpssc.bih.nic.in पर पहले ही जारी कर दिया है। परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।
Santosh Kumar