Saurabh Pandey | October 29, 2025 | 10:25 PM IST | 2 mins read
नीट 2025 के लिए योग्य उम्मीदवार 85% राज्य कोटे की सीटों पर प्रवेश के लिए यूपी नीट काउंसलिंग 2025 में भाग लेने के पात्र हैं। यूपी नीट यूजी काउंसलिंग 2025 के तहत सीटें मेरिट सूची के आधार पर आवंटित की जाती हैं।

नई दिल्ली : चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय (डीजीएमई) ने यूपी नीट यूजी काउंसलिंग 2025 के तीसरे राउंड का सीट आवंटन रिजल्ट स्थगित कर दिया है। पहले से जारी शेड्यूल के मुताबिक यूपी नीट यूजी राउंड 3 काउंसलिंग 2025 के लिए सीट आवंटन रिजल्ट 29 अक्टूबर को जारी किया जाना था।
यूपी नीट यूजी राउंड 3 सीट आवंटन पत्र डाउनलोड करने तथा प्रवेश लेने की तिथि 30 अक्टूबर से 1 नवंबर और 3 नवंबर से 5 नवंबर तक होने वाली थी, लेकिन अब सीट आवंटन रिजल्ट रद्द होने के बाद नई डेट्स का इंतजार होगा।
नीट 2025 के लिए योग्य उम्मीदवार 85% राज्य कोटे की सीटों पर प्रवेश के लिए यूपी नीट काउंसलिंग 2025 में भाग लेने के पात्र हैं। यूपी नीट यूजी काउंसलिंग 2025 के तहत सीटें मेरिट सूची के आधार पर आवंटित की जाती हैं, जिसके बाद दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया होती है। यूपी एमबीबीएस काउंसलिंग उम्मीदवारों द्वारा नीट परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर की जाती है।
चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय, सरकारी मेडिकल/डेंटल कॉलेजों की 85% सीटों और निजी मेडिकल/डेंटल कॉलेजों की 100% सीटों के लिए काउंसलिंग आयोजित करेगा। सरकारी मेडिकल/डेंटल कॉलेजों की शेष 15% सीटों के लिए मेडिकल काउंसलिंग समिति (एमसीसी) द्वारा काउंसलिंग आयोजित की जाएगी।
यूपी नीट प्रवेश 2025 कुल चार राउंड में आयोजित किया जाता है, जिसमें एक स्ट्रे राउंड भी शामिल है। नीट यूपी काउंसलिंग के दौरान, उम्मीदवारों को अपनी पसंद के कॉलेजों की जानकारी भरनी होती है। विकल्प-भरने वाले उम्मीदवार यूपी एमबीबीएस/बीडीएस आवंटन प्रक्रिया के लिए जितने चाहें उतने कॉलेज चुन सकते हैं।
उम्मीदवार द्वारा भरे गए विकल्पों, सीटों की उपलब्धता, अखिल भारतीय रैंक, आरक्षण मानदंड और अन्य विभिन्न कारकों के आधार पर, डीजीएमई यूपी द्वारा प्रवेश दिया जाएगा।
यूपी नीट काउंसलिंग 2025 के लिए, सामान्य वर्ग के लिए 1000 रुपये और एससी/एसटी/ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 500 रुपये का पंजीकरण शुल्क है। उम्मीदवारों को 2,00,000 रुपये की वापसी योग्य सुरक्षा राशि देनी होगी, जो उम्मीदवार द्वारा चुनी जा रही सीट के प्रकार पर निर्भर करती है।
उत्तर प्रदेश में 6,300 से अधिक एमबीबीएस सीटें उपलब्ध हैं, जिनमें सरकारी और निजी दोनों डेंटल कॉलेजों में 2,250 सीटें हैं। इसमें सरकारी कॉलेजों में 3,000 से अधिक और निजी कॉलेजों में 3,300 एमबीबीएस सीटें शामिल हैं।