पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग जल्द ही विस्तृत प्रस्ताव तैयार करके बजट अनुमोदन की प्रक्रिया भी शुरू करेगा।
Press Trust of India | April 24, 2025 | 06:41 PM IST
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार अब अन्य पिछड़ा वर्ग के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को तकनीकी रूप से और अधिक दक्ष बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाने वाली है। सरकार द्वारा संचालित कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना में अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), ड्रोन तकनीक और साइबर सुरक्षा जैसे आधुनिक व रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम शामिल करने की तैयारी की जा रही है।
एक बयान के मुताबिक इस संबंध में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग जल्द विस्तृत प्रस्ताव तैयार करके बजट अनुमोदन की प्रक्रिया भी प्रारंभ करेगा। वित्तीय वर्ष 2025-26 में विभाग युवाओं को आधुनिक तकनीकी व रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि बदलते वैश्विक तकनीकी परिदृश्य के अनुरूप यदि युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए तो वे न केवल आत्मनिर्भर बन सकेंगे बल्कि स्टार्टअप, सुरक्षा, कृषि, शिक्षा और प्रशासनिक क्षेत्रों में नवाचार का हिस्सा भी बन सकेंगे। इन तकनीकों का प्रशिक्षण सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को भी मुख्यधारा से जोड़ने में सहायक होगा।
पिछड़ा वर्ग कल्याण व दिव्यांग सशक्तिकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार हर वर्ग को साथ लेकर उनके सशक्तीकरण की दिशा में आगे बढ़ रही है। प्रदेश सरकार के इसी प्रयास को गति देते हुए अब अन्य पिछड़े बेरोजगार युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण देगी।
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि, “सरकार की मंशा है कि पारंपरिक कंप्यूटर कोर्सों के साथ-साथ युवाओं ऐसे कौशल भी सिखाए जाएं जो युवाओं को सीधे रोजगार से जोड़ सकें।” विभाग ने वर्ष 2024-25 में इस योजना के तहत 29,769 युवाओं को प्रशिक्षित किया, जिसके लिए सरकार ने 32.92 करोड़ रुपए खर्च किए।
अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए संचालित कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना में आधुनिक तकनीकी कोर्स को शामिल किया जाएगा। शिक्षित बेरोजगार युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त करने के लिए प्रशिक्षण योजना की नियमावली भी संशोधित की जाएगी। साथ ही, प्रशिक्षण केंद्रों में रोजगारोन्मुख डिजिटल कौशल का विस्तार भी होगा।