यूपी बीएड जेईई में उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा केन्द्र के लिए 5 जिलों के नाम का विकल्प चुनन होगा। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी द्वारा परीक्षा केन्द्रों का आवंटन किया जाएगा। विश्वविद्यालय द्वारा आवंटित परीक्षा केन्द्र अभ्यर्थी को स्वीकार करना होगा।
Saurabh Pandey | April 29, 2025 | 11:05 AM IST
नई दिल्ली : बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी की तरफ से यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया कल यानी 30 अप्रैल को समाप्त होगी। जिन इच्छुक और पात्र उम्मीदवारों ने अभी तक आवेदन प्रक्रिया पूरी नहीं की है, वे आखिरी तारीख से पहले आधिकारिक वेबसाइट bujhansi.ac.in. पर जाकर आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।
उम्मीदवार 1 मई से 5 मई 2025 तक विलंब शुल्क के साथ आवेदन पत्र जमा कर सकेंगे। आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद उम्मीदवार 6 से 9 मई तक अपने आवेदन पत्र में वांछित बदलाव कर सकेंगे।
विलंब शुल्क के साथ आवेदन करने वाले सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों को 2,000 रुपये का आवेदन शुल्क जमा करना होगा। यूपी के एससी, एसटी उम्मीदवारों को 1,000 रुपये का आवेदन शुल्क जमा करना होगा। वहीं, अन्य राज्यों के एससी, एसटी उम्मीदवारों को 2,000 रुपये जमा करने होंगे।
यूपी बीएड जेईई एडमिट कार्ड 25 मई को जारी होगा। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड करना होगा और परीक्षा के दिन साथ लेकर जाना होगा।
उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा केन्द्र के लिए 5 जिलों के नाम का विकल्प चुनन होगा। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी द्वारा परीक्षा केन्द्रों का आवंटन किया जाएगा। विश्वविद्यालय द्वारा आवंटित परीक्षा केन्द्र अभ्यर्थी को स्वीकार करना होगा। अभ्यर्थियों द्वारा प्रवेश परीक्षा के लिए चुने गए जनपदों के विकल्प में से किसी भी जनपद के आवंटन का अधिकार बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी के पास होगा। परीक्षा केन्द्र परिवर्तन के लिए आवेदन-पत्र किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
यूपी बीएड जेईई परीक्षा 1 जून 2025 को आयोजित की जाएगी। प्रवेश परीक्षा के दोनों प्रश्नपत्र वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे। परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग की जाएगी। प्रत्येक सही उत्तर के लिए दो अंक और गलत उत्तर के लिए एक तिहाई अंकों की कटौती की जाएगी।
यूपी बी.एड संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) उत्तर प्रदेश के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में बी.एड कार्यक्रम में प्रवेश के लिए आयोजित एक राज्य स्तरीय परीक्षा है। यह परीक्षा उन लोगों के लिए आवश्यक है जो राज्य भर के स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं, क्योंकि प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा स्तर पर पढ़ाने के लिए बी.एड डिग्री एक अनिवार्य योग्यता है।