Press Trust of India | October 1, 2025 | 07:57 PM IST | 2 mins read
यूकेएसएसएससी चेयरमैन जीएस मर्तोलिया ने बताया कि कुल 10-12 हजार पद हैं जिनमें से करीब साढ़े चार-पांच हजार पदों के लिए परीक्षाएं पहले ही हो चुकी हैं जिनमें दस्तावेज सत्यापन और शारीरिक जांच के बाद उनका अंतिम परिणाम जल्द जारी कर दिया जाएगा।
देहरादून: स्नातक स्तरीय परीक्षा के कथित पेपर लीक विवाद में फंसने के बावजूद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) 5,000 से ज्यादा सरकारी पदों के लिए अपनी आगामी भर्ती परीक्षाएं तय समय पर ही कराएगा। आयोग के अध्यक्ष गणेश सिंह मर्तोलिया ने 1 अक्टूबर को बताया कि जून 2026 तक विभिन्न सरकारी विभागों के पदों के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षाएं इस संबंध में पहले से जारी अपने कार्यक्रम के अनुसार तय तिथियों पर ही होंगी।
उन्होंने बताया, ‘‘अभी 5 अक्टूबर को एक परीक्षा है, फिर 12 अक्टूबर को एक परीक्षा है और फिर 28 अक्टूबर को फॉरेस्टरों के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा होनी है। ऐसे ही लगातार परीक्षाएं होनी हैं। जून 2026 तक करीब पांच-साढ़े पांच हजार पदों के लिए भर्ती परीक्षाएं होनी हैं।’’
मर्तोलिया ने बताया कि कुल 10-12 हजार पद हैं जिनमें से करीब साढ़े चार-पांच हजार पदों के लिए परीक्षाएं पहले ही हो चुकी हैं जिनमें दस्तावेज सत्यापन और शारीरिक जांच के बाद उनका अंतिम परिणाम जल्द जारी कर दिया जाएगा। पिछले माह की 21 तारीख को स्नातक स्तरीय परीक्षा के दौरान हरिद्वार में एक परीक्षा केंद्र से एक प्रश्नपत्र के तीन पन्ने कथित तौर पर लीक होने के बाद मचे हड़कंप के चलते आयोग की आगामी भर्ती परीक्षाओं को लेकर संशय के बादल छा गए थे।
उन्होंने कहा कि पिछले अनुभवों को देखते हुए अब परीक्षा के दौरान व्यवस्थाएं और कड़ी की जा रही हैं। अभ्यर्थियों की बायोमीट्रिक जांच, तलाशी और परीक्षा केंद्रों पर जैमरों की व्यवस्था के बारे में जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ विस्तृत समीक्षा की गई है।
मर्तोलिया ने कहा कि परीक्षा की तिथि से एक दिन पहले ही परीक्षा केंद्र को पूरा सैनिटाइज किया जाएगा और परीक्षा शुरू होने तक उसे सुरक्षाकर्मियों की तैनाती में रखा जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों को केंद्र पर दो घंटे पहले पहुंचना होगा और प्रवेश गेट पर ही उनकी बायोमीट्रिक जांच और जूते-चप्पल उतार कर विस्तृत तलाशी होगी। कमरे में जाने के बाद कक्ष निरीक्षक अभ्यर्थी की दोबारा तलाशी लेगा।
यूकेएसएसएससी अध्यक्ष ने बताया कि इस बार परीक्षा केंद्रों पर वॉशरूम में भी जैमर लगाए जाएंगे और वॉशरूम का उपयोग करने वाले अभ्यर्थी को जाने से पहले और आने के बाद फिर तलाशी देनी होगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा केंद्र बनाए जाने वाले निजी स्कूलों में कम से कम एक सरकारी कक्ष निरीक्षक की तैनाती अनिवार्य की गई है जबकि हर परीक्षा केंद्र आयोग से हॉटलाइन के जरिए जुड़ा रहेगा।
हाल में हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा में कथित पेपर लीक प्रकरण में पुलिस द्वारा गिरफ्तार मुख्य आरोपी खालिद मलिक ने पूछताछ में बताया कि उसने परीक्षा केंद्र में अपना मोबाइल एक दिन पहले ही छिपा दिया था जिसके जरिए उसने प्रश्नपत्र के तीन पन्नों की फोटो खींची और वॉशरूम जाकर उसे अपनी बहन को भेज दिया। इस प्रकरण के विरोध में उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले बेरोजगारों ने जबरदस्त आंदोलन छेड़ा जिसके बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने की घोषणा की।