Santosh Kumar | September 12, 2025 | 04:04 PM IST | 2 mins read
आयोग ने परीक्षा से पहले कई अधिसूचनाएं और परामर्श जारी किए, लेकिन एक बार फिर तकनीकी गड़बड़ियों और केंद्रों की लापरवाही ने एसएससी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
नई दिल्ली: कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) द्वारा आयोजित संयुक्त स्नातक स्तरीय (सीजीएल) 2025 टियर 1 परीक्षा पहले ही दिन कई राज्यों के परीक्षा केंद्रों पर रद्द कर दी गई। परीक्षा मूल रूप से 12 से 26 सितंबर तक निर्धारित है, लेकिन तकनीकी खामियों और प्रशासनिक कारणों से दिल्ली, गुरुग्राम, कोलकाता, बोकारो और जम्मू समेत कई शहरों के केंद्रों पर पहले दिन परीक्षा आयोजित नहीं की जा सकी।
आयोग की ओर से इस संबंध में राज्यों की वेबसाइटों पर अधिसूचना जारी कर दी गई है। एसएससी सीजीएल 2025 के लिए करीब 28 लाख अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया था, जो ग्रुप बी और सी के 14,582 पदों के लिए है।
तिस्सा टेक्नोलॉजी बोकारो स्टील सिटी, झारखंड - 827013 में 12 सितंबर को होने वाली सीजीएल परीक्षा रद्द कर दी गई है। पहली पाली में तकनीकी समस्या के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए 66 अभ्यर्थियों की परीक्षा अब नई तिथि पर होगी।
वहीं, दूसरी और तीसरी पाली की परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई हैं और नई तिथि की जानकारी जल्द दी जाएगी। एमएम पब्लिक स्कूल, गुरुग्राम और भारती विद्या निकेतन पब्लिक स्कूल, दिल्ली में प्रशासनिक कारणों से परीक्षा रद्द कर दी गई है।
जिन अभ्यर्थियों की परीक्षा इन दोनों केंद्रों पर 12 सितंबर को होनी थी, उनकी परीक्षा अब 24, 25 और 26 सितंबर को होगी। अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे एसएससी की आधिकारिक वेबसाइट नियमित रूप से चेक करते रहें।
इसके अलावा 12 सितंबर को कोलकाता, पश्चिम बंगाल (माइंड मैट्रिक्स, कलाबेरिया, बिष्णुपुर बाजार बस स्टॉप के पास) में होने वाली सीजीएलई 2025 परीक्षा की सभी शिफ्टें रद्द कर दी गई हैं। परीक्षा नई तारीख पर आयोजित की जाएगी।
इसी प्रकार, डिजिटल कंप्यूटर एजुकेशन सेंटर, जम्मू में सीजीएल परीक्षा की पहली पाली भी तकनीकी कारणों से रद्द कर दी गई है। इस केंद्र पर निर्धारित सभी उम्मीदवारों की परीक्षा अब 26 सितंबर 2025 को आयोजित की जाएगी।
एसएससी सीजीएल 2025 परीक्षा कुछ केंद्रों पर परीक्षा रद्द होने के कारण एक बार फिर विवादों में घिर गई है। कई राज्यों के परीक्षा केंद्रों द्वारा आखिरी समय में पेपर रद्द किए जाने से अभ्यर्थियों में गुस्सा है और सोशल मीडिया पर विरोध तेज हो गया है।
आयोग ने परीक्षा से पहले नकल और कदाचार रोकने के लिए कई अधिसूचनाएं और परामर्श जारी किए, लेकिन एक बार फिर तकनीकी गड़बड़ियों और केंद्रों की लापरवाही ने एसएससी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।