School Closed: बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली, गुड़गांव में स्कूल बंद, GSTA ने लिखा पत्र; सुप्रीम कोर्ट का जवाब

Santosh Kumar | November 18, 2024 | 07:03 PM IST | 3 mins read

गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन (जीएसटीए) दिल्ली ने सीएम से शिक्षकों और छात्रों को घर से काम करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है।

सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ते प्रदूषण पर दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप 4  लागू करने का आदेश दिया है। (प्रतीकात्मक-विकिमीडिया कॉमन्स)
सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ते प्रदूषण पर दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप 4 लागू करने का आदेश दिया है। (प्रतीकात्मक-विकिमीडिया कॉमन्स)

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। मुख्यमंत्री आतिशी ने 10वीं-12वीं को छोड़कर बाकी सभी कक्षाओं की ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन (जीएसटीए) दिल्ली ने आज (18 नवंबर) सीएम आतिशी को पत्र लिखा है। वहीं, एयर क्वालिटी इंडेक्स की खराब स्थिति को देखते हुए गुड़गांव में भी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है।

हरियाणा के महानिदेशक के निर्देशानुसार गुरुग्राम में 19 नवंबर 2024 से कक्षा 5 तक की कक्षाएं बंद रहेंगी। शिक्षा विभाग की ओर से सभी सरकारी व निजी स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने को कहा गया है।

Delhi School Closed: दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप 4 लागू

इससे पहले राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच मुख्यमंत्री ने 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी कक्षाओं की छुट्टी की घोषणा की। साथ ही इन कक्षाओं के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए हैं।

दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) 4 लागू किया गया है, जिसके चलते कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। वहीं, जीएसटीए ने सीएम को पत्र लिखा है।

Delhi Air Pollution: जीएसटीए की सीएम से मांग

गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन (जीएसटीए) दिल्ली ने सीएम से शिक्षकों और छात्रों को घर से काम करने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। पत्र में उन्होंने खतरनाक वायु गुणवत्ता पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।

जीएसटीए ने लिखा है कि वायु प्रदूषण छात्रों और शिक्षकों दोनों के जीवन को खतरे में डाल रहा है। सोमवार की सुबह, दिल्ली भर में AQI रीडिंग 1,300 से 1,600 के बीच थी, जिससे हवा की गुणवत्ता 'खतरनाक' श्रेणी में आ गई।

इसमें आगे कहा गया है कि इन परिस्थितियों के बावजूद, कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए फिजिकल कक्षाएं जारी हैं, लेकिन इन कक्षाओं में छात्रों की संख्या कम रही है, क्योंकि माता-पिता अपने बच्चों के स्वास्थ्य को खतरे में डालने से डरते हैं।

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Pollution in Delhi: छात्रों में गंभीर लक्षण दिखे

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को लिखे पत्र में जीएसटीए ने कहा कि इसमें शामिल होने वाले छात्रों में गंभीर लक्षण दिखे, जिनमें शामिल हैं:

  • आंखों से पानी आना और गले में खराश।
  • लगातार खांसी, घरघराहट और सीने में जकड़न।
  • सांस लेने में कठिनाई, छींक आना और नाक बहना।
  • फेफड़ों में जलन, अत्यधिक थकान और सिरदर्द।

पत्र में कहा गया है कि यह सिर्फ़ असुविधा ही नहीं बल्कि गंभीर स्वास्थ्य जोखिम भी है। शिक्षकों को भी ऐसी ही समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों और शिक्षकों को ऐसी स्थिति में मजबूर करना उनकी जिंदगी से खिलवाड़ है, जिसे जारी रखना अस्वीकार्य है।

हम दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में वर्क-फ्रॉम-होम सिस्टम लागू करने का आग्रह करते हैं। ऑनलाइन कक्षाओं से शिक्षकों और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए शिक्षा जारी रखी जा सकती है। हमें तेजी से और निर्णायक रूप से कार्य करना चाहिए।

Supreme Court On Pollution: राजधानी में बंद रहेंगे स्कूल

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्कूल बंद रहेंगे और अगले आदेश तक GRAP 4 प्रतिबंध लागू रहेंगे। कोर्ट ने दिल्ली और आसपास के इलाकों में GRAP 3 और 4 प्रतिबंध लगाने में देरी पर सरकार को फटकार लगाई।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि सभी एनसीआर राज्यों को कक्षा 12 तक के सभी स्तरों के लिए शारीरिक कक्षाएं रोकने का तत्काल निर्णय लेना चाहिए। जैसा कि अन्य छात्रों की कक्षाओं के लिए लिया गया है।

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