Press Trust of India | October 10, 2024 | 04:42 PM IST | 1 min read
राजनेताओं, कॉर्पोरेट नेताओं और पुलिस अधिकारियों सहित हजारों लोगों ने एनसीपीए में दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी।
मुंबई: देश के महान उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर पूरी दुनिया शोक में है। गुरुवार को छात्र और युवा रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) पहुंचे। इस दौरान छात्रों ने कहा कि वे सिर्फ उद्योगपति ही नहीं थे, बल्कि वे मानवीय मूल्यों के जीवंत प्रतीक और आदर्श इंसान थे। वे अपने परोपकार और जानवरों के प्रति प्रेम के लिए भी जाने जाते थे।
नागपुर निवासी और शहर के एक कॉलेज में एमबीए के छात्र अभिषेक गभाने दक्षिण मुंबई के एनसीपीए में टाटा को श्रद्धांजलि देने आए थे, जिनका बुधवार रात निधन हो गया था। उनके लिए टाटा परोपकार की परिभाषा थे।
छात्र ने कहा, ‘मुझे ऐसा लगा जैसे मैंने अपने परिवार का कोई सदस्य खो दिया है।’ उन्होंने आगे कहा कि अगर लोग लालबागचा राजा के दर्शन करने जा सकते हैं, तो वे निश्चित रूप से उस राजा को सम्मान देने भी जा सकते हैं, जिसने लोगों के दिलों पर राज किया।
मुंबई के कोलाबा इलाके के निवासी और कॉलेज के छात्र रोहित राठौड़ भी एनसीपीए में मौजूद थे और उन्होंने टाटा ट्रस्ट्स में दिग्गज उद्योगपति के काम की सराहना की। उन्होंने कहा, "उनके जैसे लोग इस दुनिया में बार-बार नहीं आते।"
‘सेंटर फॉर डेवलपिंग एडवांस्ड कंप्यूटिंग’ के कर्मचारी सुजय कुलकर्णी ने कहा कि वे बचपन से रतन टाटा के परोपकारी कामों के बारे में सुनते आ रहे हैं और उन्हें ‘युगपुरुष’ बताया। कुलकर्णी ने कहा, “अगर आप उनका सम्मान नहीं करेंगे, तो फिर किसका सम्मान करेंगे?”
रतन टाटा को टाटा समूह को विश्व स्तर पर प्रसिद्ध बनाने का श्रेय दिया जाता है। राजनेताओं, कॉर्पोरेट नेताओं और पुलिस अधिकारियों सहित हजारों लोगों ने एनसीपीए में दिग्गज उद्योगपति को श्रद्धांजलि दी। उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।