मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत पिछले वर्ष तक 20,000 से अधिक विद्यार्थी इस योजना का लाभ उठा रहे थे।
Abhay Pratap Singh | August 6, 2024 | 08:14 PM IST
नई दिल्ली: राज्य मंत्री अविनाश गहलोत ने सोमवार (5 अगस्त) को राजस्थान विधानसभा में कहा कि राजस्थान राज्य में वर्तमान सरकार अधिकतम छात्रों को लाभान्वित करने के लिए मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में विस्तार कर रही है। इस योजना के माध्यम से योग्य छात्रों का चयन निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए किया जाता है।
राजस्थान सरकार के मंत्री अविनाश गहलोत ने यह जानकारी विधानसभा सत्र में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक आदू राम मेघवाल द्वारा इस संबंध में पूछे गए प्रश्नों के जवाब में दिया। राजस्थान में मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना के तहत निःशुल्क कोचिंग के लिए छात्रों का चयन योग्यता, जिला और परीक्षा श्रेणी के आधार पर किया जाता है।
राजस्थान सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में विद्यार्थियों को विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश एवं सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी कराने के लिए यह योजना शुरू की थी।
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उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए इसमें संशोधन कर रही है ताकि अधिक से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हो सकें। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी किसी भी योजना को बंद करने का सरकार का कोई इरादा नहीं है, जो राज्य के विद्यार्थियों के हित में हो।
गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना की शुरुआत के समय में पहली बार 10,000 विद्यार्थियों को लाभ देने का प्रावधान किया गया था। बाद के वर्षों में लाभार्थियों की संख्या बढ़ाकर 15,000 और फिर 30,000 कर दी गई। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष तक 20,000 से अधिक छात्र इस योजना का लाभ उठा रहे थे।
राजस्थान की भजनलाल सरकार के मंत्री गहलोत ने बताया कि विद्यार्थियों का चयन उनके गृह जिले, श्रेणी और उनके द्वारा दी जा रही परीक्षाओं के आधार पर किया जाता है। उन्होंने ने आगे बताया कि इसके लिए अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किए जाते हैं और विभाग द्वारा समय-समय पर योग्यता के आधार पर कोचिंग के लिए पात्र अभ्यर्थियों का चयन किया जाता है।