राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने वाले सुधारों का सुझाव देने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा 22 जून 2024 को विशेषज्ञों की इस उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया गया था।
Saurabh Pandey | December 17, 2024 | 03:53 PM IST
नई दिल्ली : शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने वाले सुधारों का सुझाव देने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा 22 जून 2024 को विशेषज्ञों की इस उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया गया था। समिति परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और एनटीए की संरचना और कार्यप्रणाली पर सिफारिशें की है। समिति ने अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप दी है।
समिति राष्ट्रीय सामान्य प्रवेश परीक्षाओं को अनुकूलनीय, जवाबदेह, विश्वसनीय, त्रुटि मुक्त, छात्र-अनुकूल, सुरक्षित, छेड़छाड़-प्रूफ और पारदर्शी बनाने के लिए सुधार के लिए विशिष्ट उपायों की सिफारिश की है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी और इसके संस्थागत संबंधों के पुनर्गठन की सिफारिश भी की गई है। इन सुधारों की कल्पना भारत में युवा सशक्तिकरण के लिए प्रवेश परीक्षा की विश्व स्तरीय प्रणाली के उद्भव को सुविधाजनक बनाने के लिए की गई है।
मुख्य रिपोर्ट में परिचालन विवरण से संबंधित संवेदनशील और गोपनीय जानकारी शामिल है। इसलिए, मुख्य रिपोर्ट का यह संक्षिप्त संस्करण तैयार किया गया है।
समिति ने MyGov पोर्टल के माध्यम से स्टेकहोल्डर्स विशेषकर छात्रों और अभिभावकों की चिंताओं और सुझावों को व्यवस्थित रूप से प्राप्त किया और एकत्रित किया, जहां 37,000 से अधिक प्रतिक्रियाएं आईं, जिनमें से अधिकतर 12वीं कक्षा के छात्रों से थीं।
भारत के सभी चिकित्सा संस्थानों में स्नातक चिकित्सा शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) 2024 एनटीए द्वारा 5 मई 2024 को लगभग 24 लाख उम्मीदवारों के लिए पेन और पेपर परीक्षा (पीपीटी) मोड में आयोजित की गई थी। भारत के 571 शहरों और विदेश के 14 शहरों में 4750 परीक्षा केंद्रों पर एक सत्र में आयोजित की गई थी। 4 जून 2024 को 'नीट-यूजी 2024' के परिणाम घोषित होने के बाद, कुछ चुनिंदा स्थानों से उल्लंघन और प्रश्न पत्र के लीक होने की खबरें सामने आईं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के उच्च शिक्षा विभाग ने एनटीए के माध्यम से परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन को सुनिश्चित करने वाले सुधारों का सुझाव देने के लिए विशेषज्ञों की सात सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। समिति को सिफारिशें करने का अधिकार था।
MyGov पोर्टल के माध्यम से विभिन्न स्टेकहोल्डर्स , विशेष रूप से छात्रों और अभिभावकों से सुझाव, राय और विचार मांगे गए। प्रतिक्रियाओं की संख्या श्रेणी-वार नीचे देख सकते हैं।
कैटेगरी | रिस्पॉन्स की संख्या |
---|---|
12वीं कक्षा के छात्र | 25,506 |
स्नातक छात्र | 3,165 |
स्नातकोत्तर छात्र | 1,591 |
शोधकर्ता | 380 |
माता-पिता/अभिभावक | 4,433 |
शिक्षक/शिक्षाविद | 1,269 |
विशेषज्ञ (प्रौद्योगिकी, डेटा सुरक्षा) | 207 |
अन्य (संबंधित सामान्य नागरिक) | 593 |
प्रतिक्रियाओं की कुल संख्या | 37,144 |
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समिति ने एनटीए महानिदेशक से लगातार बातचीत की। एनटीए के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों और एनटीए के प्रौद्योगिकी सेवा प्रदाताओं (टीसीएस-आईओएन, एनएसईआईटी, इनोवेटीव्यू इंडिया) द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं। इसके अलावा, एनटीए के फोरेंसिक ऑडिटर (अर्नस्ट एंड यंग) के साथ एक विशेष सत्र भी आयोजित किया गया।
भारत में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय सामान्य प्रवेश परीक्षा का लक्ष्य -