नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने नीट यूजी 2024 का रिजल्ट 4 जून को घोषित कर दिया है। रिजल्ट जारी होने के बाद से ही इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है।
Saurabh Pandey | June 6, 2024 | 04:31 PM IST
नई दिल्ली : राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट 4 जून को आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया है। नीट यूजी 2024 परीक्षा में 67 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होनें ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल किया है। इसके बाद से ही नीट रिजल्ट को लेकर विवाद शुरू हो गया।
नीट अभ्यर्थियों ने पेपर लीक होने का भी आरोप लगाया है, इसेक अलावा परीक्षा में एनटीए की तरफ से दिए गए अंकों को लेकर भी सवाल उठाए गए हैं। नीट अभ्यर्थियों को 720 में से 718 और 719 अंक दिए जाने पर भी छात्रों और उनके माता-पिता ने सवाल उठाए हैं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को लिखे पत्र में छात्रों के माता-पिता काउंसलिंग शुरू होने से पहले परिणामों में कथित विसंगतियों की गहन जांच की मांग कर रहे हैं। 718 और 719 अंक प्राप्त करने वाले छात्रों के स्कोरकार्ड भी सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे हैं, जिनके बारे में छात्रों के माता-पिता का दावा है कि पेपर में इसे हासिल करना असंभव है, जब प्रत्येक नीट प्रश्न में चार अंक होते हैं और प्रत्येक को नकारात्मक अंकन के लिए एक अंक दिया जाता है।
एनटीए ने एक बयान जारी कर बताया कि कैसे कुछ छात्रों को 720 में से 718 और 719 अंक मिले। अपने स्पष्टीकरण में एनटीए ने कहा कि परीक्षा के समय नुकसान की भरपाई के लिए ग्रेस अंक देने का निर्णय अदालत के आदेश के अनुसार लिया गया था। इसलिए उम्मीदवार के अंक 718 या 719 भी हो सकते हैं।
नीट यूजी 2024 परीक्षा में 67 उम्मीदवारों ने एआईआर 1 हासिल की है। इनमें से छह उम्मीदवार हरियाणा के एक ही परीक्षा केंद्र से हैं, और उनके क्रम संख्या समान हैं। इस खुलासे के बाद से ही सोशल मीडिया पर तरह-तरह के पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं। छात्रों का कहना है कि इस तरह से परीक्षा केंद्रों पर भी गड़बड़ी की गई है।
हालांकि, एनटीए ने इन विवादों के बीच NEET UG 2024 प्रश्न पत्र लीक की किसी भी अफवाह का दृढ़ता से खंडन किया है। संगठन ने परीक्षा पत्रों में छेड़छाड़ के संबंध में सोशल मीडिया पर फैल रही निराधार अफवाहों पर ध्यान नहीं दिया है। एनटीए का दावा है कि ये रिपोर्टें झूठी हैं और परीक्षा प्रक्रिया सुरक्षित और निष्पक्ष थी।
इस वर्ष परीक्षा के लिए कुल 1,029,154 छात्र, 1,376,831 छात्राएं और 13 थर्ड जेंडर उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 547,036 छात्र, 769,222 छात्राएं और 10 थर्ड जेंडर उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है।