Saurabh Pandey | November 17, 2025 | 01:05 PM IST | 2 mins read
एनएमएमएस यूपी आंसर की के खिलाफ आपत्ति केवल ईमेल- nmmsntsexam@gmail.com के माध्यम से ऑनलाइन ही स्वीकार की जाएगी। व्यक्तिगत, पत्राचार एवं मोबाइल आदि किसी अन्य माध्यम से कोई भी आपत्ति किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी।

नई दिल्ली : राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) ने उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय मीन्स कम मेरिट छात्रवृत्ति (UP NMMS) परीक्षा 2025 की उत्तर कुंजी जारी कर दी गई है। जिन छात्रों ने 9 नवंबर को कक्षा 8वीं की छात्रवृत्ति परीक्षा दी थी, वे अब आधिकारिक वेबसाइट entdata.co.in के माध्यम से उत्तर कुंजी देख सकते हैं।
एनएमएमएस यूपी आंसर की से असंतुष्ट उम्मीदवार 17 नवंबर शाम 6 बजे तक ईमेल- nmmsntsexam@gmail.com के माध्यम से आनलाइन आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। एक बार सभी आपत्तियों की समीक्षा हो जाने के बाद, अंतिम उत्तर कुंजी और परिणाम आधिकारिक एनएमएमएस कटऑफ अंक 2025-26 के साथ प्रकाशित किए जाते हैं।
एनएमएमएस यूपी आंसर की आपत्ति से सम्बन्धित साक्ष्य अपलोड करना अनिवार्य है। साक्ष्य उपलब्ध न कराने पर किसी भी आपत्ति पर कोई विचार नहीं किया जाएगा और उसे प्रथम दृष्टया निरस्त मान लिया जाएगा।
एनएमएमएस यूपी आंसर की के खिलाफ आपत्ति केवल ईमेल- nmmsntsexam@gmail.com के माध्यम से ऑनलाइन ही स्वीकार की जाएगी। व्यक्तिगत, पत्राचार एवं मोबाइल आदि किसी अन्य माध्यम से कोई भी आपत्ति किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी।
एनएमएमएस स्कोर, MAT और SAT दोनों के अंकों का योग होता है। MAT और SAT के अंक अलग-अलग गिने जाते हैं। एनएमएमएस परीक्षा में अनुत्तरित प्रश्नों के लिए कोई नकारात्मक अंक नहीं है।
कक्षा 8 के लिए एनएमएमएस परीक्षा परिणाम 2025-26 संबंधित राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषदों (एससीईआरटी) द्वारा अपनी आधिकारिक वेबसाइटों पर जारी किया जाएगा। अधिकांश राज्यों में, राष्ट्रीय मीन्स-कम-मेरिट छात्रवृत्ति (एनएमएमएस) कट ऑफ अंक 2025-26 की घोषणा परिणाम के साथ ही की जाएगी।
एनएमएमएस छात्रवृत्ति के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए, उम्मीदवारों को प्राधिकरण द्वारा निर्धारित न्यूनतम कट-ऑफ अंक प्राप्त करने होंगे। ये अंक श्रेणी और राज्य के आधार पर भिन्न होते हैं।
राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति (एनएमएमएस) केंद्र सरकार द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों के प्रतिभाशाली छात्रों को सहायता प्रदान करना है। यह छात्रवृत्ति छात्रों को कक्षा 8 के बाद अपनी पढ़ाई जारी रखने और माध्यमिक शिक्षा पूरी करने में मदद करती है। इससे आर्थिक समस्याओं के कारण स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की संख्या में कमी आती है।