राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (नीट) भारत में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएससी नर्सिंग, बीएएमएस, पशु चिकित्सा और अन्य मेडिकल/पैरामेडिकल कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए एकमात्र प्रवेश परीक्षा है।
Saurabh Pandey | March 1, 2025 | 03:12 PM IST
नई दिल्ली : राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा, स्नातक यानी नीट यूजी 2025 के लिए राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) के छात्रों की पात्रता के संबंध में एक स्पष्टीकरण जारी किया है। यह स्पष्टीकरण राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के नीट-यूजी बुलेटिन 2025 और एनएमसी नियमों के बीच विसंगतियों पर चिंताओं के बाद आया है।
वे छात्र जिन्होंने 12वीं की पढ़ाई पूरी कर ली है या वर्तमान में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस), स्टेट ओपन स्कूल से या निजी उम्मीदवार के रूप में पढ़ रहे हैं, वे नीट यूजी परीक्षा के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे।
आरटीआई अपील पर एनएमसी के जवाब के अनुसार, बोर्ड का कहना है कि एनआईओएस के तहत पढ़ने वाले छात्र जीएमईआर-23 मानदंडों के अनुसार नीट यूजी परीक्षा देने के लिए पात्र हैं। नोटिस में यह भी कहा गया है कि उन्हें एनआईओएस से एक अतिरिक्त विषय की पढ़ाई करने की अनुमति है, इस शर्त के साथ कि पढ़ाई किसी भी अधिकृत संस्थान द्वारा की जानी चाहिए।
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की तरफ से राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा यानी नीट यूजी 2025 के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया आधिकारिक वेबसाइट, neet.nta.nic.in के माध्यम से चल रही है। इच्छुक और पात्र उम्मीदवार अपना आवेदन पत्र 7 मार्च, 2025 तक जमा कर सकते हैं।
राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (नीट) भारत में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएससी नर्सिंग, बीएएमएस, पशु चिकित्सा और अन्य मेडिकल/पैरामेडिकल कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए एकमात्र प्रवेश परीक्षा है। परीक्षा वर्ष में एक बार ऑफलाइन या पेपर-पेंसिल-आधारित परीक्षा (पीबीटी) प्रारूप में तीन घंटे और बीस मिनट या 200 मिनट के लिए आयोजित की जाती है।
संशोधित NEET UG 2025 परीक्षा पैटर्न के अनुसार, प्रश्न पत्र में 180 अनिवार्य प्रश्न होंगे। फिजिक्स और केमिस्ट्री सेक्शन में 45 प्रश्न शामिल होंगे। बायोलॉजी सेक्शन में 90 प्रश्न होंगे। छात्रों को 180 मिनट या कुल तीन घंटे आवंटित किए जाएंगे।