एमसीसी मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी), मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस) और डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट पीजी काउंसलिंग आयोजित करता है।
Saurabh Pandey | January 4, 2025 | 05:41 PM IST
नई दिल्ली : स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) द्वारा लिए गए निर्णय के मुताबिक मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने काउंसलिंग के बाद के राउंड के लिए नीट पीजी कट-ऑफ प्रतिशत कम कर दिया है। नीट पीजी राउंड 3 आवंटन रिजल्ट आज यानी 4 जनवरी 2025 को घोषित होने वाले थे। हालांकि, कट-ऑफ में बदलाव के कारण एमसीसी द्वारा संशोधित कार्यक्रम की घोषणा जल्द की जाने की उम्मीद है।
सामान्य वर्ग के लिए नीट पीजी कट-ऑफ 2024 को घटाकर 15 प्रतिशत कर दिया गया है और आरक्षित वर्ग के लिए इसे घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है। पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले उम्मीदवारों को नीट पीजी काउंसलिंग राउंड में सीटें आवंटित की जाएंगी।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, मेडिकल परीक्षा सेल ने कहा कि एमसीसी से उन उम्मीदवारों का रिजल्ट डेटा प्रदान करने का अनुरोध किया गया है जो प्रतिशत कम होने के बाद नीट पीजी काउंसलिंग में भाग लेने के लिए पात्र हो गए हैं, जिससे कि इसे एनआईसी और राज्य काउंसलिंग अधिकारियों को आवश्यकतानुसार भेजा जा सके।
कट ऑफ अंकों के आधार पर एक मेरिट सूची तैयार की जाती है, जिसमें वे उम्मीदवार शामिल होंगे जो अखिल भारतीय कोटा सीटों के लिए काउंसलिंग में भाग लेंगे। सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए, न्यूनतम कट ऑफ प्रतिशत 50वां है, जबकि आरक्षित वर्ग (एससी/एसटी/ओबीसी) के लिए, न्यूनतम प्रतिशत 40वां है। कट-ऑफ वह न्यूनतम क्वालीफाइंग अंक है, जो एक उम्मीदवार को परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए प्राप्त करना होता है।
एमसीसी मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी), मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस) और डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नीट पीजी काउंसलिंग आयोजित करता है।