जेएनवीएसटी रिजल्ट्स के आधार पर एक मेरिट सूची तैयार की जाती है और प्रत्येक जिले के शीर्ष 80 छात्रों को स्थानीय जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश दिया जाएगा।
Saurabh Pandey | January 9, 2025 | 06:33 PM IST
नई दिल्ली : नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस) की तरफ से जवाहर नवोदय विद्यालयों में कक्षा 6, 8, 9 और 11 में एडमिशन लेने के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (जेएनवीएसटी) आयोजित की जाती है। जवाहर नवोदय विद्यालयों में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा हर साल देश के प्रत्येक जिले में आयोजित की जाती है।
नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 और कक्षा 9 के लिए उम्मीदवारों को जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (जेएनवीएसटी) पास करना होगा, जबकि कक्षा 11 में प्रवेश योग्यता के आधार पर होगा।
नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस) दोनों कक्षाओं 6, 9 के लिए जेएनवी चयन परीक्षा आयोजित करती है। छात्रों के प्रदर्शन और विभिन्न कारकों के आधार पर, एनवीएस कट ऑफ अंक तैयार किए जाते हैं। जो छात्र नवोदय विद्यालय समिति के कट ऑफ अंक पास कर लेंगे, उनका नाम मेरिट सूची में होगा। इसके बाद छात्रों को एनवीएस में एडमिशन लेने के लिए अपने दस्तावेज जमा करने होंगे और औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी।
जेएनवीएसटी रिजल्ट 2024 कटऑफ दोनों कक्षाओं के लिए अलग-अलग जारी किए जाएंगे। नवोदय कक्षा 6 के लिए संभावित कटऑफ मार्क्स सभी कैटेगरी के छात्रों के लिए अलग-अलग होंगे।
जेएनवी छात्र श्रेणी | नवोदय कटऑफ (अपेक्षित) |
---|---|
सामान्य | 71 -76 |
ओबीसी | 69-70 |
एससी | 60-68 |
एसटी | 55-60 |
श्रेणी | अपेक्षित नवोदय कटऑफ |
---|---|
सामान्य | 80-85 |
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | 75-79 |
अनुसूचित जाति (SC) | 71-74 |
अनुसूचित जनजाति (ST) | 65-70 |
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किसी जिले की कम से कम 75% सीटें ग्रामीण क्षेत्रों से चुने गए उम्मीदवारों से भरी जाएंगी और शेष सीटें जिले के शहरी क्षेत्रों से भरी जाएंगी। जिले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए उनकी जनसंख्या के अनुपात में सीटों के आरक्षण का प्रावधान है, 1/3 सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित हैं। विकलांग बच्चों (अर्थात् अस्थि विकलांग, श्रवण बाधित और दृष्टिबाधित) के लिए 3% सीटें आरक्षित करने का प्रावधान है।
हाल के वर्षों में नवोदय विद्यालयों में लड़कियों (42%) के साथ-साथ एससी (24%), एसटी (20%) और ओबीसी (39%) बच्चों के नामांकन में वृद्धि देखी गई है। हर साल एनवी में छठी कक्षा में प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।