उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के कार्यालय ने घटना पर एक बयान जारी किया और विशाखापत्तनम पुलिस से मामले की जांच करने को कहा।
Santosh Kumar | April 8, 2025 | 01:01 PM IST
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के पेंडुर्थी क्षेत्र में जेईई मेन के दूसरे सत्र की परीक्षा देने जा रहे कई छात्र परीक्षा देने से चूक गए। छात्रों ने दावा किया कि उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के आधिकारिक काफिले के कारण लगाए गए यातायात प्रतिबंधों के कारण उन्हें परीक्षा केंद्र पर पहुंचने में देरी हुई। छात्रों के अनुसार, कड़ी सुरक्षा और यातायात प्रतिबंधों के कारण कई वाहन रास्ते में फंसे रहे, जिसके कारण कुछ उम्मीदवार समय पर परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच पाए।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिबंधों के कारण 25 से अधिक छात्र जेईई मेन 2025 की परीक्षा नहीं दे सके। पवन कल्याण के कार्यालय ने एक्स पर बयान जारी किया और विशाखापत्तनम पुलिस से इसकी जांच करने की मांग की है।
पवन कल्याण ने पूछा है कि काफिले के लिए कितनी देर तक यातायात रोका गया, उस समय सड़कों की क्या स्थिति थी और क्या सर्विस रोड पर भी यातायात रोका गया। उन्होंने विशाखापत्तनम पुलिस से मामले की जांच करने को कहा है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जेईई मेन में शामिल होने वाले एक छात्र की मां ने कहा कि पवन कल्याण के काफिले के कारण ट्रैफिक जाम हुआ, जिसके कारण उनका बेटा परीक्षा केंद्र पर देरी से पहुंचा और उसे प्रवेश नहीं दिया गया।
उन्होंने बताया कि उनके बेटे ने अंदर जाने की गुहार लगाई, लेकिन उसे अंदर जाने नहीं दिया गया। इससे करीब 30 छात्र प्रभावित हुए। एक अन्य अभिभावक ने कहा कि अगर उन्हें 5 मिनट की छूट मिल जाती तो उनकी बेटी का पूरा साल बच सकता था।
इस बीच, विशाखापत्तनम पुलिस ने स्पष्ट किया कि उपमुख्यमंत्री का काफिला सुबह 8:41 बजे रवाना हुआ, जबकि छात्रों को सुबह 7 या 8:30 बजे से पहले पहुंचना था, इसलिए काफिला देरी का कारण नहीं हो सकता।
पुलिस ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे से पहले पेंडुर्थी में बीआरटीएस रोड और सर्विस रोड पर कोई यातायात अवरोध नहीं था।बता दें कि एनटीए द्वारा जेईई मेन 2025 परीक्षा 2 अप्रैल से 9 अप्रैल तक आयोजित की जा रही है।
इनपुट-पीटीआई