जामिया इस साल सीयूईटी मेरिट स्कोर के जरिए 25 कार्यक्रमों में प्रवेश देगा। इनमें 9 यूजी, 5 पीजी, 8 डिप्लोमा और 3 एडवांस डिप्लोमा कार्यक्रम शामिल हैं।
Santosh Kumar | March 6, 2025 | 04:01 PM IST
नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। कुलपति प्रोफेसर मजहर आसिफ ने रजिस्ट्रार प्रोफेसर मोहम्मद महताब आलम रिजवी और प्रॉस्पेक्टस समिति के सदस्यों की उपस्थिति में 145 पेज के विश्वविद्यालय प्रॉस्पेक्टस को ऑनलाइन लॉन्च किया।
जामिया मिलिया इस्लामिया ने इस साल 14 नए कोर्स शुरू किए हैं। इनमें बैचलर ऑफ डिजाइन (4 साल), बीएससी (ऑनर्स) कंप्यूटर साइंस (4 साल) और पीजी डिप्लोमा (फायर सेफ्टी, लिफ्ट और प्लंबिंग सर्विसेज) शामिल हैं।
इसके अलावा, डिजाइन, टेक्सटाइल, ग्राफिक आर्ट्स, फोटोग्राफी, कैलीग्राफी, आर्ट एप्रिसिएशन और आर्ट राइटिंग में कई सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किए गए हैं। साथ ही, एमएफए जैसे नए मास्टर डिग्री कोर्स भी जोड़े गए हैं।
जामिया ने सार्क देशों के छात्रों और यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की फीस कम कर दी है। बीडीएस कार्यक्रम में 2 सीटें विदेशी छात्रों के लिए आरक्षित की गई हैं। साथ ही, विदेशी नागरिक अब पीएचडी प्रवेश साक्षात्कार ऑनलाइन दे सकते हैं।
जामिया इस साल सीयूईटी मेरिट स्कोर के जरिए 25 कार्यक्रमों में प्रवेश देगा। इनमें 9 यूजी, 5 पीजी, 8 डिप्लोमा और 3 एडवांस डिप्लोमा कार्यक्रम शामिल हैं। पिछले साल यह संख्या 20 कार्यक्रम थी, जो इस साल बढ़ गई है।
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जामिया ने मालेगांव और भोपाल समेत देश के 8 शहरों में 29 कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया है। इससे छात्रों को दिल्ली आने की जरूरत कम होगी और देशभर के छात्रों को अवसर मिलेंगे।
प्रोफेसर मजहर आसिफ ने समय पर प्रॉस्पेक्टस जारी करने के लिए समिति और परीक्षा नियंत्रक कार्यालय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष एनईपी दिशा-निर्देशों के अनुसार कई नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं।
प्रॉस्पेक्टस जारी होने के बाद शैक्षणिक सत्र 2025-26 में दाखिले के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं। इच्छुक अभ्यर्थी प्रॉस्पेक्टस देख और डाउनलोड कर सकते हैं जो admission.jmi.ac.in पर उपलब्ध है।
मेडिकल कॉलेज की संख्या 2014 में 387 से बढ़कर अब 780 हो गई है। इस दौरान यूजी पाठ्यक्रमों के लिए सीट की संख्या में 130% और पीजी पाठ्यक्रमों के लिए सीट की संख्या में 135 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
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