आईआईटी मद्रास के 61वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ को मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।
Santosh Kumar | July 19, 2024 | 06:40 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास के 61वें दीक्षांत समारोह में कुल 2,636 छात्रों ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इस अवसर पर छात्रों को 3,016 डिग्री (संयुक्त और दोहरी डिग्री सहित) प्रदान की गईं। समारोह में 444 पीएचडी डिग्री प्रदान की गईं, जिनमें पीएचडी, विदेशी संस्थानों के साथ संयुक्त डिग्री पीएचडी और दोहरी डिग्री पीएचडी शामिल हैं। पीएचडी में ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, फ्रांस और जर्मनी के विश्वविद्यालयों से प्राप्त 7 संयुक्त डिग्रियां भी शामिल हैं।
इस अवसर पर इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ को समारोह के दौरान मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रसायन विज्ञान में 2012 के नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. ब्रायन के कोबिल्का थे।
आईआईटी मद्रास के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ. पवन गोयनका ने दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। इसमें आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी. कामकोटि, संकाय, कर्मचारी और छात्र भी समारोह में शामिल हुए। आईआईटी मद्रास ने इस वर्ष कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनमें 3 प्रमुख हैं-
इनमें वाधवानी स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड एआई और स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी स्टडीज की स्थापना, और अग्निबाण रॉकेट का प्रक्षेपण शामिल हैं। वाधवानी स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड एआई में डेटा साइंस एंड एआई विभाग को आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र सुनील वाधवानी द्वारा वित्त पोषित किया जाता है।
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2022 में एक नया कोर्स, इंटरनेशनल इंटरडिसिप्लिनरी मास्टर डिग्री प्रोग्राम (I2MP) शुरू किया गया। I2MP का पहला बैच इस दीक्षांत समारोह में स्नातक हो रहा है। I2MP को हर साल इथियोपिया, मॉरीशस, सीरिया और नेपाल सहित विविध पृष्ठभूमि और देशों से 200 से अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं। ये छात्र अपनी रुचि के क्षेत्र में एक शोध परियोजना के अलावा आईआईटी मद्रास में कई कोर और वैकल्पिक पाठ्यक्रमों का अध्ययन करते हैं।
दीक्षांत समारोह में आईआईटी मद्रास के निदेशक कामकोटि ने 2,636 छात्रों को डिग्री प्रदान की। इनमें 764 बीटेक (जिनमें से 27 ऑनर्स के साथ), 277 डुअल डिग्री बीटेक और एमटेक, 481 एमटेक, 151 एमएससी, 42 एमए, 50 एग्जीक्यूटिव एमबीए, 84 एमबीए, 236 एमएस और 107 एग्जीक्यूटिव वेब-सक्षम एमटेक शामिल हैं।
आईआईटी मद्रास के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन पवन गोयनका ने स्नातक छात्रों को बधाई देते हुए कहा, "भारत विभिन्न उद्योगों में निवेश के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन चुका है, जो अभूतपूर्व अवसरों के युग की शुरुआत कर रहा है। यह हमारे देश को 2047 तक 'विश्वसनीय भारत' - एक विकसित भारत बनने की दिशा में ले जा रहा है।"
आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटी ने रिपोर्ट पेश करते हुए कहा, "इस साल हमने 419 पेटेंट दाखिल किए, जिसका मतलब है कि हम प्रति दिन एक पेटेंट का लक्ष्य पूरा कर चुके हैं। इनमें 85 पेटेंट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फाइल किए गए हैं और 445 भारतीय और 15 अंतरराष्ट्रीय पेटेंट दिए गए हैं।"