'सुसाइड प्रिवेंशन गेटकीपर ट्रेनिंग’ कार्यक्रम में फैकल्टी, कर्मचारी, डॉक्टर, नर्स, सुरक्षा कर्मियों और छात्रों सहित 110 चयनित व्यक्तियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।
Abhay Pratap Singh | March 15, 2024 | 05:47 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (आईआईटी कानपुर) ने मानसिक स्वास्थ्य और फिटनेस को प्राथमिकता देने के साथ छात्र कल्याण के लिए पहल के तहत महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का अनावरण किया। आईआईटी कानपुर की इंस्टीट्यूट काउंसलिंग सर्विस ने 13 और 14 मार्च को सुसाइड प्रिवेंशन इंडिया फाउंडेशन (एसपीआईएफ) के सहयोग से 'सुसाइड प्रिवेंशन गेटकीपर ट्रेनिंग' का आयोजन किया।
'सुसाइड प्रिवेंशन गेटकीपर ट्रेनिंग’ प्रशिक्षण का उद्देश्य परेशानी की स्थिति में व्यक्तियों की सहायता करने के लिए अपने समुदाय के सदस्यों को महत्वपूर्ण प्रतिभाओं से युक्त करना था। इस कार्यक्रम में फैकल्टी, कर्मचारी, हाल मैनेजर, डॉक्टर, नर्स, सुरक्षा कर्मियों और छात्रों सहित 110 चयनित व्यक्तियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।
इस कार्यक्रम के दौरान चेतावनी संकेतों की पहचान करने, प्रभावी ढंग से हस्तक्षेप करने और व्यक्तियों को आवश्यक संसाधनों से जोड़ने के महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस प्रशिक्षण सत्र में इंटरैक्टिव कार्यशाला और व्यावहारिक अभ्यास, प्रतिभागियों को आत्महत्या की रोकथाम की रणनीतियों और सहानुभूति के महत्व के बारे में जानकारी दी गई।
बताया गया कि आईआईटी कानपुर सहायक, समावेशी और शैक्षणिक रूप से सशक्त वातावरण के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो संस्थान समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति के मानसिक और भावनात्मक कल्याण को प्राथमिकता देता है। सुसाइड प्रिवेंशन गेटकीपर ट्रेनिंग जैसे मानसिक स्वास्थ्य पहल पर जोर देकर आईआईटी कानपुर एक ऐसे परिवेश का निर्माण कर रहा है, जहां हर व्यक्ति जरूरत पड़ने पर मदद लेने के लिए स्वयं को सशक्त महसूस करे।