आईआईएम संबलपुर के दीक्षांत समारोह में प्रिया पंत और रोमा दाश ने क्रमशः एमबीए और एग्जिक्यूटिव एमबीए प्रोग्राम में उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए चेयरमैन गोल्ड मेडल हासिल किया।
Saurabh Pandey | April 29, 2024 | 06:32 PM IST
नई दिल्ली : आईआईएम संबलपुर का 8वां दीक्षांत समारोह संपन्न हो गया है। इस दीक्षांत समारोह में 8वें एमबीए बैच (2022-24) के साथ-साथ एग्जिक्यूटिव एमबीए (2021-23) के पहले बैच को भी डिग्रियां प्रदान की गईं। दीक्षांत समारोह में प्रिया पंत और रोमा दाश ने क्रमशः एमबीए और एग्जिक्यूटिव एमबीए प्रोग्राम में शानदार शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए चेयरमैन गोल्ड मेडल हासिल किया।
आईआईएम संबलपुर संस्थान की दो छात्राओं ने प्रथम रैंक प्राप्त कर क्रमशः एमबीए और एग्जिक्यूटिव एमबीए प्रोग्राम के प्रतिष्ठित चेयरमैन गोल्ड मेडल हासिल किया। एमबीए बैच में शीर्ष 10 स्कोररों में से 6 आरक्षित श्रेणियों से थे।
बंधन बैंक के फाउंडर, एमडी और सीईओ चंद्रशेखर घोष ने मुख्य अतिथि के रूप में दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर आईआईएम संबलपुर के बीओजी की चेयरमैन और सेल्सफोर्स इंडिया की चेयरमैन और सीईओ श्रीमती अरुंधति भट्टाचार्य भी उपस्थित थीं। दीक्षांत समारोह में आईआईएम संबलपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर महादेव जायसवाल, डीन, संकाय सदस्य, स्नातक छात्र और उनके अभिभावक भी शामिल हुए।
आईआईएम संबलपुर के बीओजी की चेयरमैन और सेल्सफोर्स इंडिया की चेयरमैन और सीईओ श्रीमती अरुंधति भट्टाचार्य ने स्नातक छात्रों को उनके प्रोफेशनल सफर की शुरुआत के लिए प्रेरित किया और कहा कि जीवन के सभी पहलुओं में प्रगति हासिल करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि हम सेल्फ-मैनेजमेंट की ओर भी ध्यान दें। मेरा मानना है कि सेल्फ-मैनेजमेंट सर्वोपरि है और यही सफलता की आधारशिला भी है। आत्म-अनुशासन, हालात के अनुसार खुद को बदलना और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता के बिना, कोई भी व्यक्ति सेल्फ-मैनेजमेंट में महारत हासिल नहीं कर सकता है।
मुख्य अतिथि के तौर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बंधन बैंक के फाउंडर, एमडी और सीईओ चंद्रशेखर घोष ने अपनी जीवन यात्रा से जुड़े अनुभव साझा करते हुए मानव विकास सूचकांक और इससे संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों जैसे प्रति व्यक्ति आय और शिक्षा को लेकर गंभीर चर्चा की। उन्होंने जमीनी स्तर पर लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला।
आईआईएम संबलपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर महादेव जायसवाल ने संस्थान की 9 वर्षों की यात्रा में हासिल प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा कि आईआईएम संबलपुर में यह शैक्षणिक वर्ष उत्कृष्ट संस्थान बनने की दृष्टि से उल्लेखनीय प्रगति का साल रहा है। नवनिर्मित परिसर में आई-हब इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना, 9वीं अखिल भारतीय आईआईएम वर्ल्ड मैनेजमेंट कॉन्फ्रेंस, 100 क्यूब स्टार्टअप कॉन्क्लेव, अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ गठजोड़, दिल्ली कैंपस की शुरुआत और आईआईएम संबलपुर के स्थायी परिसर का उद्घाटन आदि महत्वपूर्ण कार्यक्रम इसी दौरान हुए।
प्रो. जायसवाल ने स्नातक करने वाले छात्रों को सफलता के पाँच मंत्र दिए जैसे कि कॉर्पोरेट गुलाम मानसिकता के बजाय मालिक की मानसिकता को अपनाना, कानूनी और नैतिक अनुपालन का पालन करना, समस्या का समाधान करना, व्यावसायिकता बनाए रखते हुए सोचे-समझे जोखिम उठाना और तकनीक के माध्यम से इनोवेशन की प्रक्रिया को सीखना।
दीक्षांत समारोह के दौरान, 236 स्नातक छात्रों में से 190 विद्यार्थियों ने अपनी एमबीए की डिग्री प्राप्त की, जबकि एक्जीक्यूटिव एमबीए के 46 छात्रों ने भी डिग्रियां हासिल की। स्नातक वर्ग के पांच मेधावी छात्रों को मेडल प्रदान किए गए। एमबीए कार्यक्रम में उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित चेयरमैन गोल्ड मेडल उत्तर प्रदेश की प्रिया पंत को उच्चतम सीजीपीए के आधार पर प्रथम रैंक हासिल करने के लिए मिला। बिहार के आदित्य कुमार को दूसरे उच्चतम सीजीपीए के आधार पर दूसरा रैंक हासिल करने के लिए डायरेक्टर गोल्ड मैडल प्रदान किया गया।
आईआईएम संबलपुर में 8वें दीक्षांत समारोह का संचालन आईआईएम संबलपुर के सीएओ-इन-चार्ज श्री अमृत मोहंती ने किया।