Press Trust of India | October 8, 2025 | 07:21 AM IST | 1 min read
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से एडमिट कार्ड पर असली अभ्यर्थियों तस्वीरों में हेरफेर किया।
नई दिल्ली: बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (IBPS) क्लर्क परीक्षा 2025 में असली अभ्यर्थियों की जगह नकली परीक्षार्थियों को बैठाने वाले एक गिरोह का लखनऊ पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने 10 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से एडमिट कार्ड पर असली अभ्यर्थियों तस्वीरों में हेरफेर किया, जिससे नकली अभ्यर्थियों के चेहरे असली परीक्षार्थियों से लगभग 70 प्रतिशत तक मिलते-जुलते दिखने लगे।
लखनऊ दक्षिण के डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि मामले की जांच कर रही बिजनौर थाने की टीम ने इन आरोपियों को पकड़ा है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 16 मोबाइल फोन, 21 डुप्लीकेट पहचान पत्र, 9 आधार कार्ड, 7 पेन ड्राइव, एक लैपटॉप, एक टैबलेट, तस्वीरें, फर्जी पहचान पत्र और 1.53 लाख रुपए की नकदी बरामद की है।
गिरफ्तार आरोपियों में आनंद कुमार, गौरव आदित्य, हर्ष जोशी, भागीरथ शर्मा, मुकेश कुमार, धनंजय सौरभ, राजीव नयन पांडे, आशीष रंजन और अभिषेक कुमार शामिल हैं।
एक अन्य आरोपी अभिषेक कुमार को पहले ही बिहार के सीतामढ़ी से गिरफ्तार किया जा चुका है।
गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह कई राज्यों में सक्रिय था और असली अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा में बैठने के लिए बड़ी रकम वसूल करता था।
अपर डीसीपी (दक्षिण) रल्लापल्ली वसंत कुमार ने बताया कि इस गिरोह का सरगना आनंद कुमार था, जो असली अभ्यर्थियों की जगह नकली परीक्षार्थियों को परीक्षा में बिठाने की पूरी व्यवस्था करता था।