हिमाचल प्रदेश इंटरमीडिएट बोर्ड परिणाम 2024 में लड़कियों ने बाजी मारी है। कामाक्षी शर्मा और छाया चौहान ने 98.80 प्रतिशत अंक हासिल कर 12वीं में टॉप किया है।
Abhay Pratap Singh | April 29, 2024 | 03:31 PM IST
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (एचपीबीओएसई) ने एचपी बोर्ड कक्षा 12वीं का परिणाम आज यानी 29 अप्रैल को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जारी कर दिया है। एचपी बोर्ड इंटरमीडिएट रिजल्ट 2024 में छात्रों का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 73.76% दर्ज किया गया है। छात्र बोर्ड की वेबसाइट hpbose.org पर जाकर अपना परिणाम देख सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश कक्षा 12वीं बोर्ड रिजल्ट 2024 के साथ ही विज्ञान, कला और वाणिज्य स्ट्रीम की संयुक्त टॉपर मेरिट सूची भी जारी की गई है। एचपी बोर्ड इंटरमीडिएट रिजल्ट टॉप-10 में 41 विद्यार्थियों ने जगह बनाई है, जिनमें से 30 लड़कियां शामिल हैं। एचपी बोर्ड इंटर टॉपर्स लिस्ट 2024 में सरकारी स्कूल के 10 और निजी स्कूल के 31 विद्यार्थियों के नाम हैं।
हिमाचल प्रदेश बोर्ड कक्षा 12वीं परीक्षा में इस वर्ष कुल 43,964 लड़के शामिल हुए थे, जिनमें से 30,572 छात्र परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। वहीं, एचपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2024 में कुल 41,575 लड़कियां शामिल हुई थी, जिनमें से 32,520 छात्राएं इस परीक्षा में पास हुई हैं। इस वर्ष लड़कों की अपेक्षा लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत बेहतर रहा।
एचपी बोर्ड 12वीं रिजल्ट में कामाक्षी शर्मा और छाया चौहान ने 98.80 अंक हासिल करके टॉप किया है। दोनों ने 500 में से 494 अंक प्राप्त किए हैं। वहीं, 492 अंक लाकर श्रुति शर्मा दूसरी रैंक हासिल की है, जबकि एंजेल ने 491 अंकों के साथ एचपी बोर्ड 12वीं परिणाम 2024 में तीसरी रैंक हासिल की है।
हिमाचल प्रदेश बोर्ड ने जारी आंकड़ों में बताया कि एचपी बोर्ड 12वीं रिजल्ट 2024 में टॉप 9 विद्यार्थियों में से 7 स्टूडेंट साइंस स्ट्रीम के हैं। हिमाचल प्रदेश बोर्ड 12वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल कुल छात्रों में से सिर्फ 63,092 विद्यार्थी ही उत्तीर्ण हुए हैं। वहीं, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष उत्तीर्ण छात्रों की संख्या में गिरावट देखी गई है।
पिछले वर्ष, एचपी बोर्ड इंटरमीडिएट रिजल्ट 2023 में छात्रों का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 79.4% दर्ज किया गया था, जो इस वर्ष छात्रों के कुल उत्तीर्ण प्रतिशत से 5.64% अधिक है। वहीं, साल 2022 में 93.93 फीसदी छात्र व साल 2021 में 92.77% विद्यार्थी पास हुए थे। आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में पिछले 4 सालों में छात्रों का उत्तीर्ण प्रतिशत सबसे कम दर्ज किया गया है।