पुलिस ने मामले में प्रिंसिपल समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पांचों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 2023 की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Press Trust of India | September 29, 2024 | 11:36 AM IST
हाथरस: उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की एक टीम ने 28 सितंबर को हाथरस के उस स्कूल का दौरा किया, जहां कथित तौर पर दूसरी कक्षा के छात्र की बलि दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने 27 सितंबर को 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। आयोग के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा के नेतृत्व में टीम ने बच्चे के परिवार से भी मुलाकात की और अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि हत्या की गहन जांच की जाएगी और जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्होंने मामले की त्वरित जांच और सुनवाई तथा दोषियों को शीघ्र सजा सुनिश्चित करने के लिए आरोपपत्र दाखिल करने की मांग की।
शर्मा ने लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी। स्कूल बंद होने से पढ़ाई में आ रही बाधा पर उन्होंने कहा कि बातचीत से इसका हल निकाला जाएगा।
पुलिस ने शुक्रवार को स्कूल के मालिक, निदेशक, प्रिंसिपल और दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि छात्र की गला घोंटकर हत्या की गई थी। आरोप है कि स्कूल को 'समृद्ध' बनाने के लिए दूसरी कक्षा के छात्र की बलि दी गई।
पुलिस के अनुसार, डीएल पब्लिक स्कूल के मालिक जसोधन सिंह ने अपने बेटे और स्कूल के निदेशक दिनेश बघेल से स्कूल और परिवार की 'समृद्धि' के लिए एक बच्चे की बलि देने को कहा था। जसोधन सिंह 'तंत्र-विद्या' में विश्वास करते थे।
पुलिस ने इस मामले में प्रिंसिपल लक्ष्मण सिंह और दो शिक्षकों रामप्रकाश सोलंकी और वीरपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया है। पांचों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 2023 की धारा 103 (1) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
छात्र कृतार्थ का 23 सितंबर को स्कूल के हॉस्टल से अपहरण कर लिया गया था। आरोपी उसे बलि देने के लिए सुनसान जगह पर ले गए, जिसके बाद गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। मौके पर शिक्षक वीरपाल सिंह और प्रिंसिपल लक्ष्मण सिंह भी मौजूद थे।
आरोपी ने बच्चे के माता-पिता से कहा कि वह बीमार है और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है, लेकिन जब माता-पिता ने कार रोकी तो उन्हें पता चला कि वह मर चुका है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्कूल और परिवार की 'समृद्धि' के लिए बच्चे की बलि देने की बात कबूल की।