एम्स की स्थापना के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि 'विकसित भारत' के लिए हरियाणा का विकसित होना बहुत जरूरी है। इससे मेडिकल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
Santosh Kumar | February 17, 2024 | 02:21 PM IST
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 फरवरी को रेवाड़ी में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम ने कहा कि 'विकसित भारत' के लिए हरियाणा का विकसित होना बहुत जरूरी है। एम्स की स्थापना से प्रदेश में युवाओं के लिए मेडिकल शिक्षा के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
पीएम ने हरियाणा में 9,750 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं में शहरी परिवहन, स्वास्थ्य, रेल और पर्यटन क्षेत्र शामिल हैं। प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत हरियाणा रेवाड़ी एम्स में लोगों को व्यापक गुणवत्ता और समग्र देखभाल स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
रेवाड़ी एम्स में कार्डियोलॉजी, गैस्ट्रो-एंटरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, एंडोक्रिनोलॉजी, बर्न और प्लास्टिक सर्जरी जैसी सेवाएं उपलब्ध होंगी। संस्थान में गहन चिकित्सा इकाई, आपातकालीन और ट्रॉमा यूनिट, सोलह मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, नैदानिक प्रयोगशालाएं, रक्त बैंक, फार्मेसी आदि जैसी सुविधाएं भी होंगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि एम्स रेवाड़ी न केवल हरियाणा की स्वास्थ्य देखभाल जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि युवाओं के लिए रोजगार भी पैदा करेगा और उन्हें चिकित्सा शिक्षा हासिल करने के अवसर भी प्रदान करेगा।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि पिछले 10 सालों में हरियाणा के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज समेत 15 नए एम्स और 300 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज स्वीकृत किए गए हैं।
रेवाड़ी में एम्स 203 एकड़ में बनाया जाना है और इसकी लागत 1,650 रुपये होगी। इसमें 720 बिस्तरों वाला एक अस्पताल, 100 सीटों की क्षमता वाला एक मेडिकल कॉलेज, 60 सीटों वाला एक नर्सिंग कॉलेज और 30 बिस्तरों वाला एक आयुष ब्लॉक होगा।