पूरबी सैकिया हाल ही में बीएचयू में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में शामिल हुई हैं। इससे पहले, वह झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, रांची में कार्यरत थीं।
Santosh Kumar | August 7, 2024 | 06:39 PM IST
नई दिल्ली: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के विज्ञान संस्थान के वनस्पति विज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पूरबी सैकिया को 2024 का विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार उन्हें पादप पारिस्थितिकी, जैव विविधता संरक्षण और मृदा पारिस्थितिकी सहित पर्यावरण विज्ञान में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया गया है।
डॉ. सैकिया की उपलब्धियों की सराहना करते हुए, बीएचयू के विज्ञान संस्थान के निदेशक संजय कुमार, विज्ञान संकाय के डीन एसएम सिंह और विज्ञान संकाय के सदस्यों और बीएचयू के वैज्ञानिक समुदाय ने डॉ. सैकिया को इस सम्मान के लिए बधाई दी।
पूरबी सैकिया हाल ही में बीएचयू में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में शामिल हुई हैं। इससे पहले, वह झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, रांची में कार्यरत थीं, जहां उनके काम ने उन्हें एक अग्रणी शोधकर्ता के रूप में स्थापित किया।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के विज्ञान संस्थान के वनस्पति विज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर पूरबी सैकिया वर्ष 2024 के प्रतिष्ठित विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार के लिए चुने जाने पर रोमांचित हैं। उन्हें पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।
बता दें कि विज्ञान युवा-शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार युवा वैज्ञानिकों को उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित और प्रेरित करता है। यह पुरस्कार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अनुसंधान और नवाचार को मान्यता देने के लिए दिया जाता है।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय द्वारा 2024 के लिए पुरस्कारों की घोषणा की गई है। यह सम्मान डॉ. सैकिया की कड़ी मेहनत और समर्पण को मान्यता देता है, और उनके भविष्य के शोध कार्यों को और प्रोत्साहित करेगा।