Santosh Kumar | October 7, 2025 | 11:42 AM IST | 1 min read
शिक्षा निदेशालय ने इस परियोजना के लिए दिल्ली के 50 सरकारी स्कूलों की पहचान और सिफारिश की है और 100 शिक्षकों का चयन भी किया है।
नई दिल्ली: दिल्ली के स्कूली शिक्षकों को कक्षाओं में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) उपकरणों को एकीकृत करने, शिक्षण को व्यक्तिगत बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने तथा मूल्यांकन को अधिक सार्थक बनाने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) दिल्ली ने परिपत्र में कहा कि इस पहल से शिक्षकों को शिक्षण के लिए नए और अभिनव दृष्टिकोण अपनाने में मदद मिलेगी, जिससे छात्रों को डिजिटल शिक्षा द्वारा आकार दिए गए भविष्य के लिए तैयार किया जा सकेगा।
यह प्रशिक्षण 'एआई-मध्यस्थ कक्षा परियोजना' के तहत आयोजित किया जा रहा है। यह शिक्षकों को शिक्षा में एआई का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और उपकरणों से लैस करने के लिए डिज़ाइन की गई एक विशेष पहल है।
एससीईआरटी के अनुसार यह कार्यक्रम दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण में, 50 सरकारी स्कूलों के कंप्यूटर विज्ञान के 100 शिक्षकों को दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
ये शिक्षक स्कूलों के लिए संसाधन व्यक्ति (आरपी) के रूप में कार्य करेंगे। दूसरे चरण में कक्षा 6 और 9 को पढ़ाने वाले गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी और सामाजिक विज्ञान विषय के शिक्षकों के लिए स्कूल-स्तरीय प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इसमें कहा गया है कि प्रत्येक चयनित स्कूल से 15 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। शिक्षा निदेशालय ने इस परियोजना के लिए दिल्ली के 50 सरकारी स्कूलों की पहचान और सिफ़ारिश की है और 100 शिक्षकों का चयन भी कर लिया है।