विभाग ने बताया कि सर्वेक्षण के दौरान पहचाने गए बच्चों को 31 जनवरी तक विद्यालयों में दाखिला दिया जाएगा।
Press Trust of India | December 24, 2024 | 10:28 PM IST
नई दिल्ली: दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने स्कूल न जाने वाले बच्चों (OOSC) की पहचान करने तथा स्कूलों में उनका नामांकन कराने के लिए 246 टीम गठित की हैं। ये टीमें शीतकालीन अवकाश के दौरान अपने अभियान को शुरू करेंगी। शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाली संस्था समग्र शिक्षा ने 18 दिसंबर को जारी एक परिपत्र में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक व्यापक सर्वेक्षण की घोषणा की थी।
सर्वेक्षण निकटवर्ती विद्यालयों में नामांकन के लिए विशेष आवश्यकता वाले बच्चों (CWSN) और दिव्यांगों सहित ओओएससी की पहचान करने पर केंद्रित होगा। परिपत्र के मुताबिक सर्वेक्षण जिला शहरी संसाधन केंद्र समन्वयकों (डीयूआरसीसी), जिला समन्वयकों और समावेशी शिक्षा शाखा (आईईबी) के नेतृत्व में समग्र शिक्षा-दिल्ली टीम द्वारा जिलेवार आयोजित किए जाएंगे।
दिशा-निर्देशों में निर्दिष्ट किया गया है कि सर्वेक्षण टीम में एक अतिरिक्त सदस्य, जैसे कि एक संसाधन व्यक्ति (सीडब्लूएसएन) या एक अतिथि विशेष शिक्षा शिक्षक शामिल होगा। इसके मुताबिक सर्वेक्षण में छह साल से कम और छह से 19 साल के आयु वर्ग के बच्चों को शामिल किया जाएगा। यह प्रतिदिन पूर्वाह्न 9 बजे से अपराह्न 1 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा।
सर्वेक्षण टीम निवासियों का विश्वास जीतने और सटीक जानकारी एकत्र करने के लिए आधिकारिक सर्वेक्षण किट और पहचान योग्य लोगो वाले आईडी कार्ड पहनेगी। सर्वेक्षण दलों को डीयूआरसीसी को दैनिक रिकॉर्ड प्रस्तुत करना होगा, जिसे शाम 5 बजे तक समग्र शिक्षा मुख्यालय में ओओएससी सेल को भेज दिया जाएगा।
समन्वय दल द्वारा हस्ताक्षरित और डीयूआरसीसी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित एक पूरी रिपोर्ट 15 जनवरी तक समग्र शिक्षा मुख्यालय को प्रस्तुत की जानी चाहिए। विभाग ने बताया कि सर्वेक्षण के दौरान पहचाने गए बच्चों, जिनमें सीडब्लूएसएन भी शामिल है, को 31 जनवरी तक विद्यालयों में दाखिला दे दिया जाएगा। उनके नामांकन पर अंतिम रिपोर्ट 7 फरवरी तक प्रस्तुत की जाएगी।