Press Trust of India | December 24, 2025 | 03:25 PM IST | 1 min read
अधिकारी ने कहा कि स्कूलों को ऐसी गतिविधियों में भाग लेने के लिए छात्रों या माता-पिता पर अनावश्यक दबाव नहीं डालना चाहिए।

जयपुर: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों को आगाह किया है कि वे क्रिसमस त्योहार पर अभिभावकों को बच्चों को सांता क्लॉज के कपड़े पहनाने के लिए मजबूर न करें। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी अशोक वधवा ने कहा है कि अगर इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज की जाती है तो कार्रवाई की जाएगी। अशोक वधवा ने कहा कि स्कूलों को ऐसी गतिविधियों में भाग लेने के लिए छात्रों या माता-पिता पर अनावश्यक दबाव नहीं डालना चाहिए।
आदेश में कहा गया है, ‘‘क्रिसमस पर सांता क्लॉज बनाने का अभिभावकों/बच्चों पर अनावश्यक दबाव नहीं डाला जाए या इसके लिए उन्हें बाध्य नहीं किया जाए। अगर शिकायत प्राप्त होती है तो कार्रवाई के लिए संस्था स्वयं उत्तरदायी होगी।’’
अधिकारी ने कहा कि अगर माता-पिता और बच्चों की सहमति से क्रिसमस से संबंधित गतिविधियां आयोजित की जाती हैं तो कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि, अगर छात्रों को मजबूर किया जाता है तो स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह के दो छोटे साहिबजादों (पुत्रों) के बलिदान की याद में 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ मनाया जाता है इसलिए स्कूलों को बिना किसी दबाव के अपने कार्यक्रमों में संवेदनशीलता और संतुलन बनाए रखना चाहिए।
बता दें कि जिला शिक्षा अधिकारी ने एक ज्ञापन का उल्लेख किया जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ स्कूल हाल के वर्षों में बच्चों को सांता क्लॉज के रूप में कपड़े पहनने के लिए मजबूर कर रहे हैं, जिससे माता-पिता नाराज है।
संगठन ने कहा कि श्री गंगानगर मुख्य रूप से हिंदू-सिख बहुल इलाका है और कोई खास परंपरा थोपी नहीं जानी चाहिए। क्रिसमस जीसस क्राइस्ट के जन्म की याद में मनाया जाने वाला त्योहार है। यह लगभग पूरी दुनिया में पब्लिक हॉलिडे होता है।