छत्तीसगढ़ के 6 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमडी-एमएस की 311 सीटें हैं। इनकी आधी 155 सीटें ऑल इंडिया कोटे के लिए रिजर्व है। तीन निजी मेडिकल कॉलेजों में सरकारी की तुलना में स्टेट कोटे की सीटें ज्यादा हैं।
Saurabh Pandey | November 7, 2024 | 09:14 PM IST
नई दिल्ली : चिकित्सा शिक्षा निदेशालय, छत्तीसगढ़ की तरफ से सीजी नीट पीजी 2024 काउंसलिंग के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया आज यानी 7 नवंबर से आधिकारिक वेबसाइट cgdme.admissions.nic.in पर शुरू हो चुकी है। इच्छुक और पात्र उम्मीदवार राज्य कोटे की सीटों के लिए 11 नवंबर, 2024 (रात 11:59 बजे) तक आवेदन कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ के 6 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमडी-एमएस की 311 सीटें हैं। इनकी आधी 155 सीटें ऑल इंडिया कोटे के लिए रिजर्व है। तीन निजी मेडिकल कॉलेजों में सरकारी की तुलना में स्टेट कोटे की सीटें ज्यादा हैं। इन कॉलेजों में कुल 186 में 160 स्टेट कोटे के लिए आरक्षित हैं। जबकि, 26 सीटें एनआरआई कोटे से भरी जाएंगी।
छत्तीसगढ़ के 10 सरकारी और 5 निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स में प्रवेश के लिए 5 नवंबर को काउंसलिंग पूरी हो चुकी है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अब पीजी कोर्स में प्रवेश के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। प्रदेश के 9 मेडिकल कॉलेजों में पीजी की कुल 497 सीटें हैं।
शैक्षणिक वर्ष के लिए एमडी/एमएस और एमडीएस कार्यक्रम के लिए आवेदन शुल्क 2000 रुपये है। छत्तीसगढ़ नीट पीजी काउंसलिंग 2024 सामान्य संयुक्त मेरिट सूची के आधार पर केंद्रीकृत काउंसलिंग प्रणाली के माध्यम से ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाएगी। उम्मीदवारों को सीट मैट्रिक्स और आरक्षण रोस्टर के अनुसार सीटें आवंटित की जाएंगी।
काउंसलिंग शेड्यूल | तारीख |
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ऑनलाइन आवेदन शुरू होने की तिथि | 7 नवंबर 2024 |
ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि | 12 नवंबर 2024 |
चॉइस फिलिंग और लॉकिंग | 7 नवंबर से 12 नवंबर 2024 तक |
छत्तीसगढ़ के 9 मेडिकल कॉलेजों में पीजी की कुल 497 सीटें हैं। इनमें सरकारी में 311 और निजी में 186 सीटें हैं। सरकारी कॉलेजों में आधी सीटें ऑल इंडिया के लिए जबकि निजी में 15 फीसदी सीटें एनआरआई के लिए आरक्षित हैं। सरकारी कॉलेजों में राज्य के लिए 156 और आल इंडिया के लिए 155 सीटें हैं।
जबकि निजी में 160 सीटें स्टेट और 26 सीटें एनआरआई के लिए हैं। नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर में पीजी की 150 के बजाय 146 सीटों पर एडमिशन होगा। दरअसल मेडिसिन औ जनरल सर्जरी में 2-2 सीटें कम हो गई हैं। एनएमसी ने पर्याप्त सीनियर रेसीडेंट और जरूरी सुविधा न होने का हवाला देकर ये सीटें कम की हैं। जबकि बालाजी मेडिकल कॉलेज रायपुर में पहली बार पीजी की 66 सीटों को मान्यता मिली है।
सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एक साल की फीस 20 हजार रुपये है, जबकि तीन साल के कोर्स के लिए केवल 60 हजार रुपये जमा करना होगा। वहीं निजी कॉलेजों में नॉन क्लीनिकल के लिए 8 और क्लीनिक विषयों के लिए सालाना 10 लाख रुपये फीस तय की गई है। इस तरह तीन साल की फीस 24 से 30 लाख रुपए ट्यूशन फीस है। दरअसल पीजी छात्रों को हर साल 67 से 75 हजार मासिक स्टायपेंड भी दिया जाता है। सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में ये स्टायपेंड समान रूप से दिया जाता है।
नीट पीजी सीटें सरकारी, निजी और डीम्ड मेडिकल विश्वविद्यालयों में वितरित की जाती हैं। सरकारी कॉलेज आमतौर पर निजी संस्थानों और और डीम्ड विश्वविद्यालयों की तुलना में कम शुल्क पर मेडिकल कार्यक्रमों में सीटें प्रदान करते हैं।
Abhay Pratap Singh