Press Trust of India | August 10, 2025 | 03:01 PM IST | 3 mins read
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि पिछले दो वर्षों में, राज्य के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने 33 नए नालंदा परिसरों के निर्माण के लिए 237.57 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।
नई दिल्ली (रायपुर) : छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में उच्च शिक्षा प्राप्त करने और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए 34 नए 'नालंदा परिसर' केंद्रीय पुस्तकालय-सह-पठन क्षेत्र का निर्माण कर रही है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ये परिसर न केवल रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई और रायगढ़ जैसे प्रमुख शहरों में, बल्कि राज्य के सुकमा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, सूरजपुर, बैकुंठपुर, चिरमिरी, कुनकुरी, जशपुर, बलरामपुर और पेंड्रा जैसे सुदूर वन क्षेत्रों में भी बनाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के युवाओं के सपनों को पंख देने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम विभिन्न क्षेत्रों के शहरों में नालंदा परिसरों का निर्माण कर रहे हैं, ताकि सुकमा से सूरजपुर और रायगढ़ से कवर्धा तक हर कोने के युवा गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की सुविधाओं तक पहुंच सकें।
सीएम ने कहा कि ये नालंदा परिसर केवल इमारतें नहीं हैं, ये हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की नींव हैं। उन्होंने बताया कि सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित, ये केंद्रीय पुस्तकालय-सह-पठन क्षेत्र ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरह के अध्ययन विकल्प प्रदान करेंगे और इनमें उच्च शिक्षा तथा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उच्च-गुणवत्ता वाली पुस्तकें उपलब्ध होंगी।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि पिछले दो वर्षों में, राज्य के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने 33 नए नालंदा परिसरों के निर्माण के लिए 237.57 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।
रायगढ़ नगर निगम और एनटीपीसी (राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम- एक केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम) के बीच 42.56 करोड़ रुपये के समझौते के बाद, सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) निधि से रायगढ़ में 700 सीटों वाली सुविधा वाला एक और परिसर बनाया जा रहा है। बयान में कहा गया है कि यह राज्य का सबसे बड़ा नालंदा परिसर होगा।
चालू वित्त वर्ष में, 17 नगरीय निकायों में 18 परिसरों के लिए 125.88 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जबकि पिछले वित्त वर्ष में विभिन्न शहरों में 15 परिसरों के लिए 111.70 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इनमें से 11 परिसरों के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निर्माण एजेंसियों को कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं।
बयान में कहा गया है कि उपमुख्यमंत्री अरुण साव, जो नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भी संभालते हैं, की स्वीकृति से इस महीने 11 नगरीय निकायों में नालंदा परिसरों के लिए 19.14 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की गई। इस पहल के तहत, 10 नगरीय निकायों में 500-500 सीटों वाला पुस्तकालय बनाया जाएगा, जबकि 22 शहरों में 250 सीटों वाली सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
राज्य की राजधानी रायपुर में वर्तमान में तीन ऐसे केंद्रीय पुस्तकालय-सह-पठन क्षेत्र हैं - 1,000 सीटों वाला नालंदा कॉम्प्लेक्स-सह-ऑक्सी रीडिंग जोन, 800 सीटों वाला तक्षशिला केंद्रीय पुस्तकालय-सह-स्मार्ट रीडिंग जोन और 500 सीटों वाला केंद्रीय पुस्तकालय।
पिछले पांच वर्षों में से नालंदा परिसर केंद्रीय लाइब्रेरी से पढ़ाई करने वाले 400 युवा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में चयनित हुए हैं, और न केवल अच्छी नौकरियां हासिल की हैं, बल्कि उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश भी प्राप्त किया है। रायपुर में जल्द ही दो नए पुस्तकालय - एक 1,000 सीटों वाला और एक 500 सीटों वाला - बनाए जाएंगे, जिनके लिए विभाग द्वारा क्रमशः 22.80 करोड़ रुपये और 11.28 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।