Press Trust of India | September 20, 2025 | 04:15 PM IST | 1 min read
सीबीआई ने आयोग के तत्कालीन सचिव जीवन किशोर ध्रुव, उनके बेटे और डिप्टी कलेक्टर सुमित ध्रुव, पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, डिप्टी कलेक्टर मीशा कोसले और जिला आबकारी अधिकारी दीपा आदिल को गिरफ्तार किया।
नई दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग (सीजीपीएससी) की 2021 और 2020 की परीक्षाओं में अभ्यर्थियों के चयन में कथित पक्षपात के सिलसिले में राज्य सरकार के 5 वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि परीक्षा में कथित अनियमितताओं में ‘एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश’ करने के लिए गिरफ्तारी की गई है।
सीबीआई ने आयोग के तत्कालीन सचिव जीवन किशोर ध्रुव, उनके बेटे और डिप्टी कलेक्टर सुमित ध्रुव, पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, डिप्टी कलेक्टर मीशा कोसले और जिला आबकारी अधिकारी दीपा आदिल को गिरफ्तार किया।
मीशा और दीपा सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी की बहुएं हैं। जांच एजेंसी ने पिछले साल मामला दर्ज किया था जिसमें आरोप लगाया गया था कि सोनवानी, जीवन किशोर ध्रुव और आयोग के अन्य व्यक्तियों ने 2020 से 2022 के दौरान एक परीक्षा और साक्षात्कार आयोजित किया तथा अपने बेटे- बेटी और रिश्तेदारों को महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर चयनित कराया।
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वर्ष 2021 में 1,29,206 उम्मीदवारों ने सीजीपीएससी में विभिन्न पदों के लिए प्रारंभिक परीक्षा दी जिनमें 2,548 उत्तीर्ण हुए। सीबीआई प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कुल 509 उम्मीदवार मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण हुए और साक्षात्कार के लिए चुने गए।"
"अंत में विभिन्न पदों के लिए कुल 170 उम्मीदवारों का चयन किया गया। तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन उप परीक्षा नियंत्रक, 4 चयनित उम्मीदवारों और एक निजी व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है तथा वे न्यायिक हिरासत में हैं।"