अभ्यर्थी 13 दिसंबर को होने वाली बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में ‘परिवर्तन’ को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
Press Trust of India | December 8, 2024 | 01:41 PM IST
नई दिल्ली: बिहार पुलिस ने खान सर के नाम से मशहूर शिक्षक एवं ‘यूट्यूबर’ की गिरफ्तारी के बारे में सोशल मीडिया पर जारी अफवाहों का खंडन किया है। पुलिस ने कहा कि वह राजधानी पटना में बीपीएससी कार्यालय के निकट अवैध प्रदर्शन को लेकर हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए अपनी इच्छा से थाने आए थे।
सचिवालय-एक की अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) अनु कुमारी ने कहा, “पुलिस ने खान सर की गिरफ्तारी के बारे में गलत सूचना फैलाने के लिए सोशल मीडिया हैंडल-'खान ग्लोबल स्टडीज' के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह बेबुनियाद आरोप हैं। खान सर को गिरफ्तार नहीं किया गया है।”
एसडीपीओ ने कहा, “खान सर को बार-बार थाने से जाने के लिए कहा गया। इस पर उन्होंने गर्दनी बाग थाने से अनुरोध किया कि उन्हें पुलिस वाहन में अटल पथ के पास उनके वाहन तक छोड़ दिया जाए। अनुरोध के अनुसार, उन्हें पुलिस वाहन में अटल पथ के पास छोड़ दिया गया, जहां उनकी कार खड़ी थी। उन्हें न तो हिरासत में लिया गया और न ही गिरफ्तार किया गया।”
खान सर ने मीडियाकर्मियों से कहा था, ‘‘बीपीएससी अध्यक्ष को तुरंत एक बयान जारी करना चाहिए कि नए प्रारूप (नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया) में प्रारंभिक परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। आयोग को परीक्षा की तिथि भी आगे बढ़ानी चाहिए क्योंकि कई अभ्यर्थी आयोग के सर्वर में तकनीकी समस्या के कारण आवेदन नहीं कर सके। जब तक बीपीएससी के अध्यक्ष स्पष्टीकरण जारी नहीं करते, यहां हमारा धरना जारी रहेगा।’’
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए छात्रों को यूट्यूब और अन्य डिजिटल मीडिया मंच के जरिए कोचिंग देने के लिए जाने वाले गुरु रहमान ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा था, “हम छात्रों के साथ हैं और तब तक विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे जब तक आयोग हमें लिखित रूप से यह नहीं बता देता कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया नहीं अपनाई जाएगी।”
इससे पहले, पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के कार्यालय के पास प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के एक बड़े समूह को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को हल्का लाठीचार्ज किया था। अभ्यर्थी 13 दिसंबर को होने वाली बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में ‘परिवर्तन’ को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, बीपीएससी ने परीक्षा की प्रक्रिया में किसी भी तरह के बदलाव से इनकार किया है।