BHU SWAYAM 2025 पाठ्यक्रम भारतीय ज्ञान प्रणाली, वित्त और कानून, कृषि, पर्यटन, संस्कृति अध्ययन, मशीन लर्निंग और जीवन कौशल सहित कई क्षेत्रों से संबंधित हैं।
Saurabh Pandey | December 24, 2024 | 02:36 PM IST
नई दिल्ली : बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) ने जनवरी 2025 सत्र के लिए 22 SWAYAM पाठ्यक्रम लॉन्च किए हैं। इन पाठ्यक्रमों की अवधि 4 से 12 सप्ताह की होगी। यह कार्यक्रम छात्रों, प्रोफेशनल्स और शिक्षकों के लिए सीखने का एक समावेशी, इंटरैक्टिव तरीका प्रदान करता है। इसका उद्देश्य छात्रों के लिए डिजिटल विभाजन को पाटना है।
बीएचयू स्वयं के समन्वयक डॉ. आशुतोष मोहन ने कहा कि पाठ्यक्रमों के विविध सेट को समकालीन और पारंपरिक शैक्षणिक विषयों दोनों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, बीएचयू के संकाय द्वारा सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है।
इच्छुक और पात्र छात्र 27 जनवरी, 2025 तक BHU SWAYAM 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए छात्रों को https://swayam.gov.in/INI पर जाना होगा।
BHU SWAYAM 2025 पाठ्यक्रम भारतीय ज्ञान प्रणाली, वित्त और कानून, कृषि, पर्यटन, संस्कृति अध्ययन, मशीन लर्निंग और जीवन कौशल सहित कई क्षेत्रों से संबंधित हैं।
बीएचयू स्वयं पाठ्यक्रम 20 जनवरी, 2025 से शुरू होंगे और कार्यक्रम की आवश्यकता के आधार पर 4 से 12 सप्ताह तक जारी रहेगा। बीएचयू स्वयं 2025 परीक्षा 25 अप्रैल, 2025 को आयोजित की जाएगी।
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बीएचयू स्वयं कोर्स | फैकल्टी |
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प्राचीन भारतीय वास्तुकला का परिचय (Introduction to Ancient Indian Architecture) | डॉ. राजीव कुमार जयसवाल एवं डॉ. संवेदना सिंह |
आयकर कानून एवं प्रैक्टिस (Income Tax Law and Practice) | डॉ. लालबाबू जयसवाल |
पायथन प्रोग्रामिंग का उपयोग करके मशीन लर्निंग (Machine Learning Using Python Programming) | डॉ. मंजरी गुप्ता और डॉ. मनोज कुमार मिश्रा |
वायु प्रदूषण के मूल सिद्धांत: स्रोत, प्रभाव और शमन (undamentals of Air Pollution: Sources, Effects, and Mitigation) | डॉ. किरपा राम |
भारत में विकलांगता अध्ययन का एक परिचय (An Introduction to Disability Studies in India) | डॉ. विवेक सिंह |
मानव संसाधन प्रबंधन (Managing Human Resources) | डॉ. राखी गुप्ता |
निवेश प्रबंधन (Investment Management) | डॉ. अनिंदिता चक्रवर्ती और प्रो. पी.वी. राजीव |
सेवा विपणन रणनीतियां (Service Marketing Strategies) | डॉ. आंचल सिंह |
अर्थशास्त्र और वित्तीय बाज़ार के मूल सिद्धांत (Fundamentals of Economics and Financial Markets) | डॉ. पारुल जैन, डॉ. मयंक कुमार सिंह और डॉ. आनंद सिंह |
संधि (संस्कृत) का परिचय (Introduction to Sandhi (Sanskrit) | डॉ. बृहस्पति भट्टाचार्य |
सामाजिक विज्ञान और कृषि विस्तार में अनुसंधान विधियां (Research Methods in Social Sciences and Agricultural Extension) | डॉ. सैकत माजी |
बेतुके नाटक को समझना (Understanding Absurdist Drama) | डॉ. राहुल चतुर्वेदी |
टूरिज्म मार्केटिंग (Tourism Marketing-I) | डॉ. शिखा मिश्रा |
तबला वादन में 'तेहाई' अवधारणा का परिचय (Introduction to ‘Tehai’ Concept in Tabla Playing) | डॉ. निखिल भगत |
परिचयात्मक पशु शरीर क्रिया विज्ञान (Introductory Animal Physiology) पर्यटन एवं आतिथ्य प्रबंधन के लिए अनुसंधान पद्धति (Research Methodology for Tourism & Hospitality Management) | डॉ. मनीष कुमार, डॉ. तुलसीरामन पी., और डॉ. मुकेश कुमार भारती डॉ. शायजू पी.जे |
लिंग और प्रदर्शन: एक भारतीय परिप्रेक्ष्य (Gender and Performance: An Indian Perspective) | डॉ. रचना पांडे |
सांस्कृतिक अध्ययन के पहलू (Aspects of Cultural Studies) | डॉ. पी. दलाई और डॉ. धृति रे दलाई |
समुद्र का कानून और मैरीटाइम लॉ (The Law of Sea and Maritime Law) | डॉ. गुरविंदर सिंह |
पशु अपशिष्ट प्रबंधन (Animal Waste Management) | डॉ. विपिन मौर्य, डॉ. उत्कर्ष कुमार त्रिपाठी एवं डॉ. अनुराधा कुमारी |
स्नातकों के लिए जीवन कौशल (Life Skills for Graduates) | प्रोफेसर अंजलि बाजपेयी |
सतत मीडिया में दोलन तरंग और निर्देशित कंपन (Oscillation Wave and Directed Vibration in Continuous Media) | डॉ. अविजीत के. गांगुली |