हर साल 10 जनवरी को दुनियाभर में विश्व हिन्दी दिवस मनाया जाता है। आज हिंदी विश्व के 150 देशों में बोली जाती हैं।
Nitin | January 10, 2024 | 01:09 PM IST
नई दिल्ली: हिंदी को 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने राजभाषा के रूप में मान्यता प्रदान की थी। तब ही से हिंदी के विकास की कहानी शुरू हुई। विश्व हिंदी दिवस हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत सबसे पहले महाराष्ट्र के नागपुर में की गई थी। लेकिन वर्ष 2006 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसे आधिकारिक रूप से मनाने की घोषणा की। इसके बाद से हर वर्ष हिंदी भाषा को सम्मान देने के लिए विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
क्या हैं इस वर्ष विश्व हिंदी दिवस की थीम: इस साल विश्व हिंदी दिवस 2024 की थीम 'हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्धिमत्ता का संबंध" है। यह थीम हिंदी परंपरा के साथ वर्तमान में कृत्रिम बुद्धिमत्ता की प्रासंगिकता को दर्शाता हैं।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि हिंदी भाषा के प्रसार तथा प्रचार के लिए 10 जनवरी को प्रतिवर्ष विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Diwas) मनाया जाता है जबकि राष्ट्रीय हिंदी दिवस हर वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास जानें - पहली बार विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित किया गया था। पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा किया गया था।
इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए साल 2006 में प्रति वर्ष 10 जनवरी को हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके बाद विश्व में हिंदी का विकास करने और एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर इसके प्रसार के उद्देश्य से विश्व हिंदी सम्मेलनों का आयोजन किया जाना शुरू किया गया।
14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने सर्व-सम्मति से हिंदी को भारत की राजभाषा चुना। पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में मनाया गया था। राष्ट्रीय हिंदी दिवस जहां 14 सितंबर को मनाया जाता है वहीं, विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। पहला राष्ट्रिय हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 में मनाया गया था, जबकि विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी 2006 में पहली बार मनाया गया था।