NEET, NET विवादों के बीच UPSC का नया कदम, एआई आधारित सीसीटीवी से होगी परीक्षा की निगरानी

हर साल करीब 10 लाख अभ्यर्थी यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होते हैं। देश की प्रशासनिक व्यवस्था को संभालने वाले आईएएस-आईपीएस का चयन सिविल सेवा परीक्षा के जरिए होता है।

यूपीएससी 14 प्रमुख परीक्षाएं आयोजित करता है। (प्रतीकात्मक-शटरस्टॉक)यूपीएससी 14 प्रमुख परीक्षाएं आयोजित करता है। (प्रतीकात्मक-शटरस्टॉक)

Press Trust of India | June 24, 2024 | 05:43 PM IST

नई दिल्ली: नीट यूजी और यूजीसी नेट जैसी परीक्षाओं को लेकर विवादों के बीच संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने कई सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। इनमें एआई आधारित सीसीटीवी से लेकर आधार आधारित फिंगर प्रिंट वेरिफिकेशन तक शामिल है। आयोग हर साल करीब 23 अलग-अलग परीक्षाएं आयोजित करता है। जिसमें 26 लाख से ज्यादा उम्मीदवार हिस्सा लेते हैं। इसलिए, यूपीएससी ने विभिन्न परीक्षाओं में नकल और धोखाधड़ी को रोकने के लिए यह फैसला लिया है।

हर साल करीब 10 लाख अभ्यर्थी यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होते हैं। देश की प्रशासनिक व्यवस्था को संभालने वाले आईएएस-आईपीएस का चयन सिविल सेवा परीक्षा के जरिए होता है। हाल ही में, अनुभवी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से दो तकनीकी समाधान तैयार करने के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं।

Background wave

पहला उपाय आधार आधारित फिंगर प्रिंट प्रमाणीकरण और दूसरा उम्मीदवारों की चेहरे की पहचान और ई-एडमिट कार्ड की क्यूआर कोड स्कैनिंग है। इन दोनों तकनीकों का इस्तेमाल परीक्षा प्रक्रिया के दौरान किया जा सकता है।

इसके अलावा परीक्षा के दौरान लाइव एआई-आधारित सीसीटीवी निगरानी सेवा का इस्तेमाल किया जाएगा। बता दें, यूपीएससी 14 प्रमुख परीक्षाएं आयोजित करता है। इसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारियों का चयन करने के लिए प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा भी शामिल है। इसके अलावा यह केंद्र सरकार के ग्रुप 'ए' और ग्रुप 'बी' पदों पर भर्ती के लिए हर साल कई भर्ती परीक्षाएं, साक्षात्कार भी आयोजित करता है।

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'24 अभ्यर्थियों पर एक सीसीटीवी कैमरा'

यूपीएससी ने कहा कि उसने सुरक्षित वातावरण में देश भर में विभिन्न केंद्रों/स्थलों पर आयोग की परीक्षाएं आयोजित करने के लिए उम्मीदवारों और अन्य व्यक्तियों की विभिन्न गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रिकॉर्डिंग और लाइव प्रसारण प्रणालियों के साथ सीसीटीवी/वीडियो निगरानी लागू करने का निर्णय लिया है।

यूपीएससी ने कहा कि सेवा प्रदाता प्रत्येक परीक्षा हॉल/कक्ष में प्रत्येक 24 अभ्यर्थियों के लिए एक सीसीटीवी कैमरा लगाएगा, "इस शर्त के अधीन कि प्रत्येक कमरे में कम से कम एक सीसीटीवी कैमरा स्थापित किया जाएगा, भले ही अभ्यर्थियों की संख्या 24 से कम हो।"

यदि परीक्षा हॉल/कक्ष में 24 से अधिक अभ्यर्थी हों, तो प्रत्येक 24 अभ्यर्थियों पर एक सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि अभ्यर्थी के प्रति सीसीटीवी कैमरा का अनुपात 1:24 से कम न हो तथा कोई ब्लाइंड स्पॉट न हो।

एआई-आधारित वीडियो सिस्टम को “यदि परीक्षा के दौरान प्रवेश/निकास द्वार पर कोई हलचल देखी जाती है” और “यदि कक्षाओं के अंदर फर्नीचर ठीक से व्यवस्थित नहीं है” तो अलर्ट उत्पन्न करने में भी सक्षम होना चाहिए।

इसमें कहा गया है कि एआई को उन घटनाओं पर लाल झंडा उठाना चाहिए जो धोखाधड़ी, अनुचित साधनों, निरीक्षकों की अनुपस्थिति आदि का संकेत देती हैं। बोली दस्तावेज के बंद होने की तिथि 7 जुलाई दोपहर 1 बजे है। बोली उसी दिन दोपहर 1.30 बजे खोली जाएगी।

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