पीएम मोदी ने मोरबी जिले में आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती की जन्मस्थली टंकारा में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही।
Santosh Kumar | February 11, 2024 | 04:31 PM IST
नई दिल्ली: पीएम मोदी ने रविवार (11 फरवरी) को गुजरात के मोरबी जिले में आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को देश की जरूरत बताया और कहा कि भारतीय मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रणाली समय की मांग है।
पीएम मोदी ने मोरबी जिले में आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती की जन्मस्थली टंकारा में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए अपने संबोधन में कहा, ''स्वामी दयानंद सरस्वती ने हमें बहुत पहले दिखाया था कि हमारी रूढ़ियों और सामाजिक बुराइयों ने हमें कैसे नुकसान पहुंचाया है।''
पीएम ने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने महिलाओं के लिए समान अधिकारों की वकालत की थी। ब्रिटिश शासकों ने हमेशा हिंदू समाज की रूढ़िवादिता और सामाजिक बुराइयों की खराब छवि दिखाने की कोशिश की।''
उन्होंने आगे कहा, "भारतीय मूल्यों पर आधारित शिक्षा प्रणाली समय की मांग है। देश अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से इसका विस्तार कर रहा है। समाज को इन प्रयासों से जोड़ना हमारी जिम्मेदारी है।"