प्रधान ने यूजीसी नेट परीक्षा रद्द होने पर अपनी प्रतिक्रिया भी मीडिया से साझा की। उन्होंने कहा, "विशिष्ट प्रश्नपत्र डार्कनेट पर उपलब्ध है। यह पेपर लीक का मामला है।
Santosh Kumar | June 20, 2024 | 08:19 PM IST
नई दिल्ली: शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नीट यूजी और यूजीसी नेट 2024 में हुई अनियमितताओं पर मीडिया से बात करते हुए अपने विचार व्यक्त किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हम एक उच्च स्तरीय समिति बनाने जा रहे हैं जो नीट परीक्षा में हुई अनियमितताओं की गहन जांच करेगी। बिहार से आ रहे पेपर लीक मामलों पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक घटना उन लाखों छात्रों को प्रभावित नहीं करनी चाहिए जिन्होंने ईमानदारी से परीक्षा दी थी।
प्रधान ने यूजीसी नेट परीक्षा रद्द होने पर अपनी प्रतिक्रिया भी मीडिया से साझा की। उन्होंने कहा, "विशिष्ट प्रश्नपत्र डार्कनेट पर उपलब्ध है। यह इनपुट गृह मंत्रालय की प्रतिष्ठित संस्था I4C ने दिया है। जब हमने अपने मूल प्रश्नपत्र से दस्तावेज की तुलना की तो हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि यह पेपर लीक का मामला है।"
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, "बहुत सारे लोगों की नाराजगी मेरे पास आती है। उनकी नाराजगी जायज है। मैं इस मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं। कानून के मुताबिक जो भी उपाय उपलब्ध होंगे, वह करना सरकार की जिम्मेदारी होगी।"
उन्होंने कहा, "जब आप संभावित सहायक प्रोफेसरों और पीएचडी स्कॉलर्स के लिए इतनी बड़ी प्रतिष्ठित परीक्षा आयोजित कर रहे हैं, तो आपको गुणवत्ता बनाए रखनी होगी। हम जिम्मेदारी ले रहे हैं। हमें सिस्टम में सुधार करना होगा। बहुत जल्द हमें तारीखें तय करनी होंगी।"
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री प्रधान ने कहा कि नीट परीक्षा को लेकर हम बिहार सरकार के संपर्क में हैं। पटना से हमें कुछ जानकारी मिल रही है। पटना पुलिस जांच कर रही है और वे विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे। विश्वसनीय जानकारी मिलने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
"पेपर लीक एनटीए की संस्थागत विफलता है। हम आपको आश्वस्त कर रहे हैं कि एक सुधार समिति बनाई जाएगी और कार्रवाई की जाएगी..." शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार पारदर्शिता से समझौता नहीं करेगी। प्रधान ने कहा कि बिहार की घटना एक अलग घटना है और इसका अन्य छात्रों पर असर नहीं पड़ना चाहिए।
मंत्रालय बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) से और जानकारी का इंतजार कर रहा है। इससे पहले, बिहार पुलिस ने कबूलनामा रिपोर्ट जारी की थी जिसमें आरोपियों ने स्वीकार किया था कि नीट 2024 का प्रश्नपत्र एक दिन पहले लीक हो गया था और उन्होंने 30-32 लाख रुपये के बदले बच्चों को इसे याद करवाया था।
नीट और यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, "...मैं अपने विपक्षी मित्रों से हमारी प्रणाली में विश्वास रखने की अपील करूंगा... हमारी सरकार छात्रों के भविष्य की बेहतरी के लिए, 100 प्रतिशत प्रतिबद्ध है। और मैं आपको फिर से आश्वासन देता हूं, हमारी सरकार द्वारा कोई कदाचार, कोई अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीट मुद्दे और यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने को लेकर मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला किया और आरोप लगाया कि "पेपर लीक" के पीछे का कारण यह है कि सभी कुलपति, शिक्षा प्रणाली पर भारतीय जनता पार्टी के "मूल संगठन" (आरएसएस) का कब्जा है।
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए नीट यूजी के बाद यूजीसी नेट 2024 परीक्षा रद्द होने पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होनें कहा, "पेपर लीक होने का एक ही कारण है और वो ये कि बीजेपी ने संस्थानों पर कब्ज़ा कर लिया है। जब तक ये नहीं रुकेगा, पेपर लीक होते रहेंगे।"