एफएमजीई परिणाम में उम्मीदवारों के रोल नंबर, उनके द्वारा प्राप्त अंक और उनकी योग्यता स्थिति शामिल है। जो लोग कुल 300 अंकों में से 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करते हैं, उन्हें परीक्षा के लिए योग्य माना जाता है।
Saurabh Pandey | July 24, 2024 | 11:44 AM IST
नई दिल्ली : नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (एनबीईएमएस) द्वारा फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (एफएमजीई) जून 2024 सत्र का स्कोरकार्ड आज यानी 24 जुलाई को जारी करने की उम्मीद है। एफएमजीई जून परीक्षा का परिणाम 16 जुलाई को घोषित किया गया था।
बोर्ड की तरफ से जारी अधिसूचना में कहा गया था एफएमजीई स्कोरकार्ड 24 जुलाई या उसके बाद जारी किए जाएंगे। परीक्षा में सफल उम्मीदवार अपने यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग कर अपना एफएमजीई 2024 स्कोरकार्ड आधिकारिक वेबसाइट nbe.edu.in और natboard.edu.in पर जाकर डाउनलोड कर सकेंगे।
एफएमजीई जून 2024 स्कोरकार्ड जारी करने के बाद, एनबीई उम्मीदवारों को पास प्रमाणपत्र जारी करेगा। पास प्रमाणपत्र वितरण व्यक्तिगत रूप से किया जाएगा और कार्यक्रम अलग से अधिसूचित किया जाएगा।
एनबीईएमएस ने कहा है कि यदि परिणाम घोषित होने और प्रमाणपत्रों के वितरण के बाद भी कोई उम्मीदवार किसी भी राज्य में अयोग्य पाया जाता है, तो उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी।
एफएमजीई परिणाम में उम्मीदवारों के रोल नंबर, उनके द्वारा प्राप्त अंक और उनकी योग्यता स्थिति शामिल है। जो लोग कुल 300 अंकों में से 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करते हैं, उन्हें परीक्षा के लिए योग्य माना जाता है। केवल योग्य उम्मीदवार ही यूजर आईडी और पासवर्ड के जरिए स्कोरकार्ड डाउनलोड कर पाएंगे।
एफएमजीई पासिंग मार्क्स के अनुसार, उम्मीदवारों को जून सत्र 2024 में अर्हता प्राप्त करने के लिए 300 में से न्यूनतम 150 अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। इस स्कोर को प्राप्त करने से उम्मीदवार राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) या राज्य चिकित्सा परिषद (एसएमसी) से अनंतिम या स्थायी पंजीकरण के लिए पात्र हो जाते हैं।
बता दें कि फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन (एफएमजीई) जून 2024 सत्र की परीक्षा 6 जुलाई 2024 को आयोजित की गई थी और जिसका परिणाम घोषित किया जा चुका है। एफएमजीई परिणाम 2024 के आंकड़ों के अनुसार, कुल 34608 आवेदकों ने एफएमजीई 2024 परीक्षा दी, जिसमें 7233 स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए उत्तीर्ण हुए और 1211 अनुपस्थित रहे। 27297 उम्मीदवार परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हुए, जबकि 78 स्नातकों के परिणाम राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग से स्पष्टीकरण लंबित होने तक रोक दिए गए हैं।