आईआईटी मद्रास ने विज्ञप्ति में कहा कि स्कूल का लक्ष्य सरकार और नीति निर्माताओं को डेटा विज्ञान और एआई से संबंधित नीति क्षेत्रों पर सलाह देना है।
Santosh Kumar | January 30, 2024 | 05:19 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) को जल्द ही वाधवानी स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड एआई की सौगात मिलने जा रही है। इसके लिए सुनील वाधवानी ने 110 करोड़ रुपये की अनुदान की घोषणा की है। आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र सुनील वाधवानी ने कॉलेज में वाधवानी स्कूल ऑफ डेटा साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की स्थापना के लिए यह बड़ा कदम उठाया है।
संस्थान ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है, आईआईटी मद्रास ने एक विज्ञप्ति में कहा कि स्कूल का लक्ष्य सरकार और नीति निर्माताओं को डेटा विज्ञान और एआई से संबंधित नीति क्षेत्रों पर सलाह देना होगा। आपको बता दें कि सुनील वाधवानी आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र और IGATE और मास्टेक डिजिटल के सह-संस्थापक हैं।
दुनिया भर में शीर्ष एआई-केंद्रित स्कूलों में से बनने की दृष्टि से, वाधवानी स्कूल ऑफ डेटा साइंस और एआई का लक्ष्य सरकारों और नीति निर्माताओं को डेटा विज्ञान और एआई-संबंधित नीति क्षेत्रों पर सलाह देना है।
कार्यक्रम में छात्रों, पूर्व छात्रों और शोधकर्ताओं की उपस्थिति में सुनील वाधवानी और आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटी के बीच आज समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
आपको बता दें कि कार्यक्रमों में प्रवेश जुलाई 2024 में शुरू होंगे। आईआईटी मद्रास के एक बयान में कहा कि स्कूल ब्रिटेन के बर्मिंघम विश्वविद्यालय के साथ डेटा साइंस और एआई में संयुक्त एमएससी भी चलाएगा और 30 छात्रों और एक अंतरराष्ट्रीय अंतःविषय मास्टर्स कार्यक्रम को प्रवेश देगा।
ऐसे स्कूल की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए, आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटि ने कहा, “उद्योग 4.0 के आगमन के साथ, जिसमें एआई और डेटा साइंस मुख्य प्रेरक हैं, डेटा साइंस और एआई के लिए एक स्कूल की आवश्यकता महत्वपूर्ण है। आईआईटी मद्रास ने इस दौरान सुनील वाधवानी और उनके परिवार के प्रति भी आभार प्रकट किया।