आईआईटी खड़गपुर के अधिकारियों ने बताया कि संस्थान में छात्रों को तनाव और अवसाद से लड़ने में उनकी मदद के लिए काउंसलर मौजूद हैं।
Press Trust of India | May 4, 2025 | 04:56 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर (IIT Kharagpur) के छात्रावास के एक कमरे में रविवार (4 मई, 2025) को बीटेक तृतीय वर्ष के एक छात्र का शव फंदे से लटका मिला। एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक छात्र की पहचान बिहार निवासी मो आसिफ कमर के रूप में हुई है।
अधिकारी ने बताया कि मोहम्मद आसिफ कमर का शव आईआईटी, खड़गपुर परिसर के मदनमोहन मालवीय हॉल स्थित उसके छात्रावास के कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला। अधिकारी ने उसके दोस्तों और छात्रावास अधीक्षक के हवाले से बताया कि कमर सिविल इंजीनियरिंग विभाग के तृतीय वर्ष का छात्र था।
जानकारी के मुताबिक, शनिवार (3 मई, 2025) की रात से उसका दरवाजा अंदर से बंद था। छात्रावास परिसर स्थित पुलिस चौकी को रविवार सुबह सूचना मिली, जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ा और उन्हें कमर का शव फंदे से लटका मिला। मृतक छात्र बिहार के शिवहर जिले का रहने वाला था।
अधिकारी ने बताया कि छात्र की मौत की सूचना उसके परिवार को दे दी गई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बीटेक छात्र आसिफ की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं और जांच जारी है। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लगता है, लेकिन जांच जारी है।
आईआईटी खड़गपुर के अधिकारियों ने बताया कि संस्थान में छात्रों को तनाव और अवसाद से लड़ने में उनकी मदद के लिए काउंसलर मौजूद हैं। 20 अप्रैल के बाद संस्थान ने हर छात्र के दरवाजे पर बारकोड लगा दिया है, जिसे कोई भी छात्र मानसिक तनाव के समय स्कैन करके तुरंत गोपनीयता में परामर्श ले सकता है।
इससे पहले कार्यवाहक निदेशक अमित पात्रा ने बताया था कि, “ऐसी घटनाओं के पीछे की परिस्थितियों और कारणों का पता लगाने के लिए एक समिति गठित की जा रही है और समिति तीन दिनों में अपनी सिफारिशें देगी।”
यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जिनके आत्मघाती कदम उठाने की आशंका है तो उनसे संवाद करें और समझाएं। आत्महत्या के विचार आने पर पीड़ित व्यक्ति सहायता और परामर्श के लिए हेल्पलाइन नंबर 9820466726 पर कॉल कर सकते हैं या फिर AASRA की आधिकारिक वेबसाइट http://www.aasra.info/ की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा, 9152987821 भी कॉल कर सकते हैं। यहां आत्महत्या रोकने के लिए सक्रिय कुछ और संगठनों के हेल्पलाइन नं