Santosh Kumar | January 16, 2024 | 11:43 AM IST | 1 min read
हिमाचल प्रदेश सरकार ने "माई स्कूल-माई प्राइड" पहल की शुरुआत की है, जिसमें व्यक्तियों और संगठनों से अपनी पसंद का स्कूल अपनाने का आग्रह किया गया है।
नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने प्रदेश में शिक्षा के उत्थान के लिए बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने "माई स्कूल-माई प्राइड" अभियान की शुरुआत की है, जिसमें व्यक्तियों और संगठनों से अपनी पसंद का स्कूल गोद लेने का आग्रह किया गया है।
अभियान का उद्देश्य बच्चों को उनके करियर के संबंध में उचित परामर्श प्रदान करना है। इसके लिए सरकार मार्गदर्शन, उपचारात्मक शिक्षण प्रदान करेगी और योग प्रशिक्षण के लिए कक्षाएं संचालित करेगी।
राज्य सरकार ने यह पहल शुरू करते हुए समाज के प्रतिष्ठित सेवानिवृत्त शिक्षकों, अन्य कर्मचारियों, पेशेवरों, गृहिणियों को बिना किसी भुगतान के आगे आने को कहा है।
यह पहल "अपना विद्यालय" कार्यक्रम नाम से शुरू की गई है। कार्यक्रम के तहत छात्रों को बिना किसी भुगतान के शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
'माई स्कूल-माई प्राइड' कार्यक्रम के जरिए राज्य के सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार लाने का लक्ष्य है। बता दें कि इस कार्यक्रम को 'अपना विद्यालय' पहल से जोड़ा गया है जिसे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुरू किया।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार इस पहल पर नजर रखे हुए है। इस पहल के तहत, सांसदों, विधायकों और अधिकारियों सहित गणमान्य व्यक्तियों से राज्य में कहीं भी अपनी पसंद के कम से कम एक सरकारी स्कूल को गोद लेने और स्कूल संरक्षक बनने का अनुरोध किया जाएगा।
आपको बता दें कि बीजेपी सरकार ने भी अपने कार्यकाल के दौरान "अखंड शिक्षा ज्योति-मेरे स्कूल से निकले मोती" योजना भी शुरू की थी, जिसका उद्देश्य सरकारी स्कूलों से पासआउट छात्रों को प्रेरित करना और स्कूलों की मदद करना था।