एआईसीटीई ने कहा कि 2 से 3 दिनों तक चलने वाले कार्यक्रम असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु और उर्दू सहित 22 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित किया जाएगा।