कॉलेज के प्रिंसिपल अजय अरोड़ा ने कहा कि प्रोफेसर के खिलाफ जांच चल रही है और हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संस्थान के निदेशक ने बताया कि आईएसएसजी तकनीक से फोटोथर्मल पदार्थ सूर्य के प्रकाश से गर्म हो जाते हैं और खारे पानी को वाष्पित कर देते हैं, जिससे लवण और प्रदूषक तत्व अलग हो जाते हैं।