प्रोफेसर हरे राम त्रिपाठी इससे पहले वाराणसी के सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति थे।
पीठ ने उस याचिका पर केंद्र को नोटिस जारी किया, जिसमें दावा किया गया था कि नियम चिकित्सा शिक्षा के मानकों को कमजोर कर रहे हैं।
एएमयू अधिकारियों ने स्वीकार किया कि छात्रों के समूहों ने कई विभागों के गेट बंद कर दिए, जिससे कई संकायों में कक्षाएं बाधित हुईं।