Saurabh Pandey | June 5, 2024 | 06:53 PM IST | 1 min read
बोर्ड ने ऐसे स्कूलों को अपनी आंतरिक मूल्यांकन प्रक्रियाओं की समीक्षा करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जहां थ्योरी और प्रैक्टिकल अंकों के बीच अंतर पाया गया है।
नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने संबद्ध स्कूलों को कुछ विषयों में थ्योरी और प्रैक्टिकल अंकों के बीच अंतर के कारण प्रैक्टिकल परीक्षाओं का सही से मूल्यांकन करने का निर्देश दिया है। सीबीएसई ने अधिक मजबूत और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए आंतरिक मूल्यांकन प्रक्रियाओं की समीक्षा करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।
सीबीएसई की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि एडवांस एआई टूल के माध्यम से पिछले वर्षों के परिणाम के आधार पर लगभग 500 सीबीएसई-संबद्ध स्कूलों में 50 प्रतिशत या अधिक छात्रों के बीच कुछ विषयों में थ्योरी और प्रैक्टिकल अंकों के बीच अंतर पता चला है।
नतीजतन, बोर्ड ने ऐसे स्कूलों को अपनी आंतरिक मूल्यांकन प्रक्रियाओं की समीक्षा करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। इसका उद्देश्य एक अधिक मजबूत, पारदर्शी और विश्वसनीय तंत्र को लागू करना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मूल्यांकन प्रक्रिया सही हो और छात्रों की शैक्षणिक यात्रा सही दिशा में चले।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 10वीं और 12वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा 2024 की तारीखों की घोषणा कर दी है। सीबीएसई कक्षा 10वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा 15 जुलाई से आयोजित की जाएंगी, जबकि कक्षा 12 की पूरक भी परीक्षा 15 जुलाई को एक ही दिन में आयोजित की जाएंगी।
इस वर्ष सीबीएसई बोर्ड कक्षा 10वीं का कुल पास प्रतिशत 93.60% था, जबकि कक्षा 12वीं का पास प्रतिशत 87.98 रहा है। वहीं सीबीएसई ने कक्षा 10वीं में 1,32,000 और कक्षा 12वीं में 122,000 से अधिक छात्रों को कंपार्टमेंट या सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए रखा है।