बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक संघ ने शिक्षा विभाग व प्रदेश सरकार से सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों के लिए मूल विद्यालय में बने रहने का विकल्प देने की मांग की है।
Abhay Pratap Singh | January 29, 2024 | 03:52 PM IST
नई दिल्ली: बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक संघ ने शिक्षा विभाग व प्रदेश की बिहार सरकार से सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों को मूल विद्यालय में बने रहने की मांग की है। साथ ही, संघ ने अनिवार्य के बदले ऐच्छिक स्थानांतरण की भी मांग की है।
बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि मूल विद्यालयों से नियोजित शिक्षक हटाए जाने से उन स्कूलों में नई रिक्तियां हो जाएंगी। ऐसा करने से कभी-कभी किसी स्कूल में एक शिक्षक होता है या फिर एक भी शिक्षक नहीं होता। इस स्थिति में बच्चों के पठन-पाठन में काफी प्रभाव पड़ता है।
सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों को अपने मूल विद्यालय में बने रहने का विकल्प दिया जाना चाहिए। जिससे शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाया जा सके। जिन शिक्षकों को स्थानांतरण चाहिए उनके लिए ऐच्छिक स्थानांतरण का प्रावधान होने के साथ ही, उनसे तीन जिलों का ही विकल्प लिया जाए।
बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक संघ के सदस्यों की बैठक के बाद ऑनलाइन की जगह ऑफलाइन परीक्षा कराने का भी निर्णय लिया गया। बताया गया कि नियोजित शिक्षकों में अधिकांश शिक्षकों की उम्र 50 से 55 साल है और उन्हें कम्प्यूटर संचालन में दक्षता हासिल नहीं है। इस स्थिति में ऑनलाइन परीक्षा कराना काफी मुश्किल काम है।
संघ ने बताया कि पिछले 10 वर्षों से शिक्षक और शिक्षिकाएं स्थानांतरण का इंतजार कर रही हैं, ऐसे में उन्हें ऐच्छिक स्थानांतरण का प्रावधान दिया जाए। ऐसा न करने पर संघ ने न्यायिक लड़ाई का ऐलान करते हुए विधानसभा सत्र के दौरान आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है।