Press Trust of India | May 13, 2025 | 07:21 PM IST | 2 mins read
वनकर्मी, पटवारी, स्कूल शिक्षक तथा कांस्टेबल के पदों पर शीघ्र भर्ती के सवाल पर सीएम ने कहा कि उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि राज्य के युवाओं को रोजगार मिले।
नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आज यानी 13 मई को कहा कि राज्य सरकार युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर दे रही है। उन्होंने अधिकारियों से सरकार की बजटीय घोषणा को पूरा करने के लिए समय सीमा तय करने को कहा। इस दौरान सीएम शर्मा वित्त वर्ष 2025-26 की बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अधिकारी बजट की प्रत्येक घोषणा को पूरा करने के लिए समय सीमा बनाते हुए काम करें और उसी तय सीमा में काम को पूरा करना सुनिश्चित करें। हमारी सरकार ने 2047 तक विकसित राजस्थान के संकल्प को ध्यान में रखते हुए अपने प्रत्येक बजट में राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए विभिन्न प्रावधान किए हैं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, शर्मा ने कहा,‘‘हम प्रदेश के युवाओं को रोजगार के पर्याप्त अवसर देते हुए उन्हें आत्मनिर्भर, सशक्त एवं खुशहाल बनाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।’’ बैठक में मुख्यमंत्री ने विभिन्न घोषणाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बजटीय घोषणाओं की प्रगति का नियमित फॉलोअप सुनिश्चित कर रही है, जिससे जमीनी स्तर पर इन योजनाओं का लाभ आखिरी व्यक्ति तक पहुंचे। वनकर्मी, पटवारी, स्कूल शिक्षक तथा कांस्टेबल के पदों पर शीघ्र भर्ती के सवाल पर सीएम ने कहा कि उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि राज्य के युवाओं को रोजगार मिले।
उन्होंने कहा कि इस दिशा में लगभग 1,88,000 सरकारी पदों पर भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं। राज्य सरकार प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में जनकल्याणकारी योजनाओं की सुलभ एवं गुणवत्तापूर्ण पहुंच सुनिश्चित कर रही है। शीघ्र ही वन विभाग में विभिन्न कर्मियों, पटवारी, स्कूल शिक्षक तथा कांस्टेबल के पदों पर भर्ती की जाएगी।
सीएम भजनलाल शर्मा ने आगे कहा कि चिकित्सा महाविद्यालयों सहित सभी चिकित्सा संस्थानों में बेहतर प्रशासनिक प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए अस्पताल प्रबंधक का पद सृजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री अन्न को राज्य सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल किया जाए जिससे इसके उपयोग को प्रोत्साहन मिले।
अंतरराष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान के निदेशक संतोष कुमार शर्मा ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को लिखे पत्र में रामायण कार्यशाला आयोजित करने की जानकारी दी।
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