Santosh Kumar | October 18, 2025 | 02:51 PM IST | 1 min read
देश भर में 1,000 से अधिक स्कूल पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार ई-कचरा प्रबंधन गतिविधियां चला रहे हैं।
नई दिल्ली: शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने 2 से 31 अक्टूबर तक विशेष अभियान 5.0 के सक्रिय कार्यान्वयन की घोषणा की है। यह अभियान सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को संस्थागत रूप देगा और देश भर के स्कूलों में शिक्षण वातावरण को बेहतर बनाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य विभिन्न श्रेणियों में लंबित मामलों की समीक्षा, अभिलेखों का डिजिटलीकरण, अप्रचलित फाइलों को हटाना और अभिलेख प्रबंधन में सुधार करके सरकारी कार्यों में दक्षता बढ़ाना है।
इस अभियान के तहत, स्कूलों की सफाई, रंगाई-पुताई, बिजली की मरम्मत और छोटी-मोटी मरम्मत का काम किया जा रहा है। शौचालयों और पेयजल सुविधाओं का रखरखाव भी सुनिश्चित किया जा रहा है।
जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 15 अक्टूबर तक सांसदों से प्राप्त 233 शिकायतों में से 140 का समाधान कर दिया गया है। 1,111 सार्वजनिक शिकायतों में से 607 और 510 सार्वजनिक शिकायत अपीलों में से 241 का समाधान कर दिया गया है।
इसके अलावा, समीक्षा के लिए निर्धारित 70,596 भौतिक फाइलों में से अब तक 60,659 की जांच हो चुकी है। इसके अलावा, कुल 556 ई-फाइलों की समीक्षा की गई है, जिनमें से 345 को बंद कर दिया गया है।
कार्यालयों और स्कूलों में 3,49,934 अभियानों का लक्ष्य रखा गया था, जिनमें से 61,243 पूरे हो चुके हैं। मिशन लाइफ के तहत इको क्लबों ने 10 अक्टूबर को असम, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और चंडीगढ़ में ई-कचरा जागरूकता अभियान शुरू किए।
यहां 1,000 से ज्यादा स्कूल पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के नियमों के अनुसार ई-कचरा प्रबंधन कर रहे हैं। यह अभियान एमओई की स्कूलों को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार और कुशल बनाने की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।