Abhay Pratap Singh | September 29, 2025 | 07:21 AM IST | 2 mins read
एमसीसी नीट यूजी काउंसलिंग 2025 के अनुसार, राउंड 3 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर है।
नई दिल्ली: मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा 29 सितंबर से नीट यूजी काउंसलिंग 2025 राउंड 3 की पंजीकरण प्रक्रिया एआईक्यू सीटों के लिए शुरू की जाएगी। पात्रता मानदंड पूरा करने वाले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर जाकर एमसीसी नीट यूजी 2025 राउंड 3 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
एमसीसी नीट यूजी 2025 काउंसलिंग राउंड 3 के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर है। विकल्प भरने की प्रक्रिया 30 सितंबर से शुरू होगी। भरे गए विकल्पों के आधार पर नीट यूजी सीट अलॉटमेंट 2025 की घोषणा 8 अक्टूबर को की जाएगी। आवंटित कॉलेजों में दस्तावेजों के साथ 9 से 17 अक्टूबर तक रिपोर्टिंग करनी होगी।
नीट यूजी काउंसलिंग 2025 पंजीकरण शुल्क के अनुसार, 15% एआईक्यू और केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 1,000 रुपए तथा एससी/ एसटी/ ओबीसी/ पीडब्ल्यूडी के तहत आने वाले अभ्यर्थियों को 500 रुपए (नॉन-रिफंडेबल) देना होगा। डीम्ड विश्वविद्यालय के लिए रजिस्ट्रेशन फीस 5,000 रुपए है।
सुरक्षा राशि के रूप में सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 15% AIQ/ केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए वापसी योग्य 10,000 रुपए तथा रिजर्व कैटेगरी के आवेदकों को 5,000 रुपए शुल्क का भुगतान करना होगा। वहीं, डीम्ड विश्वविद्यालय के लिए सभी श्रेणी के कैंडिडेट को वापसी योग्य 2,00,000 रुपए जमा करना होगा।
एमएससी के अनुसार, राउंड 1 या 2 में पंजीकरण कराने वाले जिन कैंडिडेट को कोई सीट आवंटित नहीं हुई, उन्हें दोबारा पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं है। जिन अभ्यर्थियों ने पहले या दूसरे राउंड में पूर्ण शुल्क भुगतान के साथ पंजीकरण नहीं कराया है, उन्हें नए सिरे से आवेदन जमा करना होगा।
नोटिस में आगे कहा गया कि, जिन छात्रों ने ने त्यागपत्र दे दिया है तथा राउंड 1 या 2 में रिपोर्ट नहीं किए हैं, उन्हें पूर्ण शुल्क भुगतान के साथ नए विकल्प भरने होंगे। अधिक जानकारी और नवीनतम अपडेट के लिए उम्मीदवारों को एमसीसी की वेबसाइट पर विजिट करने की सलाह दी जाता है।
उम्मीदवार निम्नलिखित चरणों का पालन करके नीट यूजी काउंसलिंग राउंड 3 के लिए पंजीकरण कर सकते हैं:
मंत्री ने बताया, ‘‘स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम मॉड्यूल तैयार करने के संबंध में एनसीईआरटी और यूजीसी के साथ चर्चा चल रही है।’’ आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने के प्रयासों पर जाधव ने कहा कि आयुष मंत्रालय साक्ष्य आधारित अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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